इंदौर। रिश्वत खोर के खिलाफ लोकायुक्त की कार्रवाई लगातार जारी है । इस बार की एक अफसर कुछ अलग है। लोकायुक्त ने बुरहानपुर नेपानगर एसडीएम सहित 3 लोगों को घूस लेते पकड़ा है। वहीं खकनार में बीईओ कार्यालय का बाबू 30 हजार रुपए की रिश्वत लेते दबोचा गया है। रायसेन में भी नगरपालिका के दो कर्मचारी 8 हजार रुपए की घूस लेते पकड़े गए। चारों मामलों में कार्रवाई लोकायुक्त पुलिस ने की। बुरहानपुर में आदिवासी की जमीन की परमिशन के मामले में रिश्वत मांगी गई थी। इंदौर लोकायुक्त पुलिस ने एसडीएम दीपक चौहान को डेढ़ लाख की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ लिया।
5 लाख की मांग की थी
बुरहानपुर जिले में लोकायुक्त का छापा पड़ा तो हड़कंप मच गया। बुरहानपुर SDM ने डेढ़ लाख रिश्वत की मांग की थी। आरोप है कि आदिवासी की जमीन की परमिशन के मामले में रिश्वत मांगी गई थी। एसडीएम सहित 3 अन्य लोगों को लोकायुक्त ने रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ा। आवेदक से प्रकरण के निराकरण के लिए 500000 रिश्वत के रूप में मांग की गई थी।आवेदक की शिकायत के आधार पर रिकॉर्डिंग कराई जाने पर बातचीत के दौरान डेढ़ लाख रुपए लेनदेन तय हुआ तथा 50,000 की राशि ले भी ली गई जिसे रंगे हाथों पकड़ा गया।
शिकायत के आधार पर कराई रिकॉर्डिंग
आवेदक नितिन सेन पिता शंकर सेन,निवासी ग्राम दहिंदा तहसील खकनार बुरहानपुर ने बताया कि कुछ साल पहले जमीन खरीदी थी। अनुविभागीय अधिकारी राजस्व नेपानगर द्वारा इस जमीन के संबंध में शिकायत होना बताया गया कि आवेदक के द्वारा अवैध रूप से अनुसूचित जनजाति के व्यक्ति की जमीन को अवैधानिक तरीके से अपने नाम करा लिया गया। इस संबंध में आवेदक से प्रकरण के निराकरण के लिए 5 लाख रुपए रिश्वत के रूप में मांग की गई थी। आवेदक की शिकायत के आधार पर लोकायुक्त ने रिकॉर्डिंग कराई। इस दौरान डेढ़ लाख में सौदा तय हुआ था। 50 हजार रुपए की राशि ले भी ली गई तथा बची हुई राशि एजेंट किशन कनेश द्वारा दरियापुर निवासी सूर्यपाल सिंह को देने के लिए बताया गया। बुधवार शाम लोकायुक्त ने सूर्यपाल सिंह पुत्र सुमेर सिंह को बुरहानपुर में शेष राशि 1 लाख रुपए लेते हुए पकड़ा। कार्रवाई अभी जारी है।