MP News: मध्यप्रदेश राजधानी भोपाल में टीचर द्वारा बच्ची से रेप (Rape of girl) के मामले में फिलहाल बंद स्कूल फिर खोला जाएगा, साथ ही स्कूल की कमान जिला शिक्षा अधिकारी (DEO) संभालेंगे। इस तरह का प्रस्ताव कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह ने सरकार को भेजा है। इसके अलावा अगले शिक्षा सत्र से स्कूल की मान्यता रिन्यू नहीं की जाएगी। मामले में ऐसा संभवत: पहली बार होगा जब किसी प्राइवेट स्कूल की कमान स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी संभालंगे।
यहां बता दें, प्राइवेट स्कूल में बच्ची से रेप के बाद से स्कूल बंद है और अब पेरेंट्स को बच्चों (324) के भविष्य की चिंता सता रही है।
घटना के बाद से ही सील है स्कूल
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक प्राइवेट स्कूल में बच्ची से रेप (Rape of girl) का केस सितंबर में सामने आया था। इसके बाद कई दिनों तक जमकर हंगामा भी हुआ था। आरोपी इसी स्कूल का टीचर था। हंगामा बढ़ते देख जिला प्रशासन ने स्कूल को सील कर दिया था। वहीं, दो जांच के लिए दो टीमें बनाई गई थीं। पहली जांच रिपोर्ट में बच्चियों की सुरक्षा को लेकर स्कूल मैनेजमेंट की लापरवाही सामने आई थी। वहीं, दूसरी जांच में 7 सदस्यीय कमेटी ने स्कूल के संचालन को लेकर अपनी रिपोर्ट कलेक्टर को सौंप दी है।
दो विकल्प पर विचार, स्कूल को खोलने का फैसला
स्कूल के संचालन को लेकर दो विकल्प पर विचार किया गया। ताकि बच्चे अपने पढ़ाई नियमित रख सकें। पहला विकल्प- स्कूल की मान्यता रद्द कर दें और बच्चों का दूसरे स्कूल में दाखिला करवा दें। दूसरा विकल्प- मान्यता रद्द नहीं करते हुए इस सत्र के लिए स्कूल की कमान प्रशासन खुद संभाले।
अफसर और शिक्षाविद की जांच टीम ने विचार-विमर्श के बाद निर्णय लिया कि बच्चों की पढ़ाई को देखते हुए स्कूल को खोल दिया जाए, लेकिन अगले शिक्षण सत्र से स्कूल की मान्यता को रिन्यू ना किया जाए। इस जांच रिपोर्ट के बाद कलेक्टर ने सरकार को प्रस्ताव भेजा है।
79 बच्चे का दाखिला आरटीई से
स्कूल में कुल 324 बच्चे अध्यनरत हैं। इनमें से 79 बच्चे ऐसे हैं, जिनका आरटीई (राइट टू एजुकेशन) में एडमिशन हुआ है। बीच शिक्षा सत्र में स्कूल बंद होने से सभी बच्चों को परेशानी हो सकती थी। उनकी एक साल की पढ़ाई कैसे होगी?
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हिंदू संगठनों ने किया था प्रदर्शन
यह प्राइवेट स्कूल भोपाल के कमला नगर में है। मामला सामने आने के अगले दिन 19 सितंबर को हिंदू संगठनों ने प्रदर्शन किया था। इस बीच स्कूल को सील कर दिया गया था। प्रदर्शन करने वालों में एबीवीपी, करणी सेना, संस्कृति बचाओ मंच के कार्यकर्ता औरत कुछ प्राइवेट कॉलेज के स्टूडेंट्स शामिल हुए थे।
उन्होंने मांग थी कि स्कूल की मान्यता रद्द की जाए। आरोपी टीचर कासिम रेहान (33) को फांसी की सजा दी जाए। इस घटना के बाद आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था। कमला नगर थाना पुलिस ने दो दिन बाद वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग (वीसी) के जरिए आरोपी को कोर्ट में पेश किया। बाद में उसे जेल भेज दिया गया था।
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