हाइलाइट्स
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सावन सोमवार का पहला दिन आज
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महाकाल मंदिर में लगा भक्तों का तांता
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शाम 4 बजे निकलेगी महाकाल की सवारी
Sawan Somwar 2024: आज से सावन सोमवार की शुरुआत हो चुकी है। सबसे बड़ी और खास बात ये है कि सोमवार से ही श्रावण महीने की शुरुआत हुई है।
इस अवसर पर उज्जैन के महाकाल मंदिर में श्रद्धालु का तांता लगना शुरु हो गया है। भक्त बड़ी संख्या में उज्जैन पहुंच रहे हैं।
बाबा महाकाल के दर्शन के लिए पट खोले जा चुके हैं। आपको बता दें कि आज शाम 4 बजे भगवान महाकाल की सवारी भी निकाली जाएगी।
शाम 4 बजे निकलेगी महाकाल की सवारी
बाबा महाकाल की भस्म आरती के लिए रविवार रात 2.30 बजे ही मंदिर के पट खोल दिए गए हैं। शाम 4 बजे बाबा भक्तों का हाल जानने सवारी के माध्यम से निकलेंगे। इसमे 3 लाख से ज्यादा श्रद्धालुओं के आने की उम्मीद है।
बता दें कि बाबा महाकाल की आज श्रावण में 5 और भादों में 2 सवारी निकाली जाएंगी। 2 सितंबर को शाही सवारी निकाली जाएगी।
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) July 22, 2024
लाखों श्रद्धालु होंगे शामिल
आपको बता दें कि इस बार पड़ने वाले 5 सावन सोमवार में महीने की शुरुआत भी सोमवार से और समापन भी सोमवार से ही होगा। उज्जैन कलेक्टर नीरज सिंह के मुताबिक, रोज 2 से 3 लाख श्रद्धालु आने की उम्मीद है। वहीं 9 अगस्त नागपंचमी के दिन 8 लाख श्रद्धालु आने की उम्मीद है।
बाबा महाकाल चांदी की पालकी में प्रजा को देंगे दर्शन
अवंतिका नगरी के राजा बाबा महाकाल सावन महीने की पहली सवारी पर चांदी की पालकी में प्रजा को दर्शन देंगे। सवारी में बाबा महाकाल चांदी की पालकी में श्रीचंद्रमौलेश्वर के रूप में विराजित होंकर नगर भ्रमण करेंगे।
आज बाबा महाकाल मनमहेश के रूप में पालकी में सवार होकर शाम 4 बजे शाही ठाठ-बाट के साथ नगर में निकलेंगे।
इन तारीखों को निकलेगी बाबा महाकाल की सवारी
पहली सवारी: 22 जुलाई 2024
दूसरी सवारी: 29 जुलाई 2024
तीसरी सवारी: 05 अगस्त 2024
चौथीं सवारी: 12 अगस्त 2024
पांचवीं सवारी: 19 अगस्त 2024
छठवीं सवारी: 26 अगस्त 2024
शाही सवारी: 02 सितंबर 2024
इन मार्गों से गुजरेगी महाकाल की सवारी
बाबा महाकाल की सवारी महाकालेश्वर मंदिर के सभा मंडप में पूजा-अर्चना के बाद शाम 4 बजे शुरू होकर मुख्य द्वार पर पहुंचेगी।
महाकाल लोक गुदरी चौराहा, बक्षी बाजार और कहारवाड़ी से गुजरते हुए रामघाट शिप्रा के तट पर पहुंचेगी।
रामघाट शिप्रा तट पर सवारी का पूजन-अर्चन किया जाएगा। इसके बाद सवारी रामानुजकोट, मोढ़ धर्मशाला पहुंचेगी। यहां से कार्तिक चौक, खाती समाज के मंदिर पहुंचेगी। इसके बाद सत्यनारायण मंदिर, छत्री चौक पहुंचेगी। यहां से गोपाल मंदिर, पटनी बाजार और गुदरी बाजार से होते हुए शाम 7.15 बजे महाकालेश्वर मंदिर वापस लौटेगी।
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