Saurabh Sharma Gold Case: मध्यप्रदेश के सबसे चर्चित फर्जीवाड़े में परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा से पूछताछ में बड़ा खुलासा हुआ है। जिसमें सौरभ शर्मा ने चेतन गौर के नाम से अविरल कंस्ट्रक्शन कंपनी खोली थी और इसी कंपनी के नाम पर पूरा खेला चल रहा था। इस कंपनी में शरद जयसवाल और रोहित तिवारी भी शामिल थे।
सौरभ ने ही खोली थी अविरल कंस्ट्रक्शन कंपनी
सौरभ शर्मा से पूछताछ में पता चला है कि सौरभ ने चेतन गौर के नाम से ही अविरल कंस्ट्रक्शन कंपनी खोली थी और इसी कंपनी के द्वारा पूरा खेला चल रहा था। सौरभ ने ही कंपनी का डायरेक्टर चेतन सिंह गौर को बनाया था। इस कंपनी में शरद जायसवाल और रोहित तिवारी भी शामिल थे।
अविरल कंस्ट्रक्शन के नाम पर ही पेट्रोल पंप और बाकी प्रोपर्टी
सौरभ शर्मा से पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ कि अविरल कंस्ट्रक्शन कंपनी के नाम पर ही पेट्रोल पंप और बाकी प्रापर्टी हैं। इसके अलावा करोड़ों की प्रोपर्टी खरीदे के कागजात भी मिले हैं।
सौरभ शर्मा की प्रोपर्टी खरीदने-बेचने पर रोक
मध्यप्रदेश में परिवहन विभाग के पूर्व कॉन्सटेबल सौरभ शर्मा के मामले में नया अपडेट सामने आया है। जिसमें लोकायुक्त पुलिस ने रजिस्ट्रार राजस्व विभाग को पत्र लिखा है और सौरभ शर्मा की प्रापर्टी के खरीदने और बेचने पर रोक लगाने की बात लिखी गई है। इसके अलावा लोकायुक्त पुलिस सौरभ शर्मा के रिश्तेदारों के नाम की प्रापर्टी की भी जानकारी जुटा रही है। बताते हैं सौरभ और उसके रिश्तेदारों के नाम पर कई मकान और प्लॉट होने की जानकारी मिली है।
सौरभ शर्मा के पार्टनर ने खोले राज: कहा वो मेरे डॉक्यूमेंट से प्रॉपर्टी खरीदता था…मैं उसका बिजनेस देखता था
Saurabh Sharma Case Update: आरटीओ के पूर्व कॉन्स्टेबल सौरभ शर्मा के करीबी मित्र और बिजनेस पार्टनर शरद जायसवाल को लोकायुक्त पुलिस ने बुधवार दोपहर करीब 3:15 बजे अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे 6 दिन की रिमांड पर भेज दिया है। 4 फरवरी को शरद, सौरभ और चेतन को फिर से कोर्ट में पेश किया जाएगा। शरद, सौरभ और चेतन की गिरफ्तारी के बाद मंगलवार को अपने वकील के साथ लोकायुक्त कार्यालय पहुंचा था। करीब 5 घंटे पूछताक्ष के बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया जहां से कोर्ट ने उसे पुलिस रिमांड में भेज दिया। पूरी खबर पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…