मुंबई। अभिनेता जॉन अब्राहम ने बुधवार को कहा कि वह महामारी के दौरान सिनेमाघरों के बंद होने को ‘पुन:शुरुआत’ वाले समय की तरह देखते थे क्योंकि वह जानते थे कि सिनेमाघरों के खुलने के बाद दर्शक धीरे-धीरे वहां जाने के लिए विश्वास जुटा पाएंगे। देश में 2020 में ज्यादातर समय तक सिनेमाघर बंद रहे और बाद में देश के अलग-अलग हिस्सों में चरणबद्ध तरीके से उसे खोला गया।
हिंदी फिल्मों के महत्वपूर्ण केंद्र महाराष्ट्र में पिछले महीने सिनेमाघरों को खोलने की इजाजत दी गई, जिसके बाद कई फिल्मों की रिलीज की घोषणा हुई। हालांकि, सिनेमाघर जैसे बंद जगह में संक्रमण के प्रसार को लेकर चिताएं हैं और आलोचकों का कहना है कि इसकी वजह से वे फिल्म देखने जाने से घबरा रहे हैं। अब्राहम से जब यह पूछा गया कि क्या कभी उन्हें डर लगा कि दर्शक फिल्में देखने नहीं आएंगे तो इस पर उन्होंने कहा कि महामारी को एक ऐसे अवसर के तौर पर देखा जाना चाहिए जहां चीजों की फिर से शुरुआत हो।
उन्होंने कहा, ‘‘ मैं डरा नहीं था, मैं परिस्थिति के हिसाब से सोच रहा था। मैं जानता था कि इसमें समय लगेगा। अब भी प्रक्रिया चल रही है। अगर आप मुझसे पूछेंगे कि क्या हम 100 फीसदी लक्ष्य के करीब हैं तो मेरा जवाब ‘नहीं’ में होगा। लोग अब भी विचार कर रहे हैं और आ भी रहे हैं।’’ अब्राहम ने संवाददाताओं से कहा, ‘’ दिमाग में व्यावहारिक जांच-परख चल रही थी कि आप किसी फिल्म का निर्माण कैसे करना चाहेंगे, कब फिल्म की शूटिंग होगी…इन सभी पर फिर से सोचा-विचारा जा रहा था, कोई डर नहीं था। आप जिस स्थिति में हैं, उसका सामना तो आपको करना होगा।’’
अभिनेता पीवीआर के एक विशेष कार्यक्रम में बोल रहे थे, जहां मल्टीप्लेक्स चेन ने एक एंटी-वायरल सिनेमा वायु शोधन प्रणाली की पेश की। पीवीआर ने यूएफओ मुवीज के साथ मिलकर सिनेमा विशिष्ट वायु रोगाणुनाशक उपकरण ‘यूएफओ-वुल्फ एयर मास्क’ लगाने की घोषणा की। पीवीआर के अनुसार इससे हवा और सतह में सभी प्रकार के हानिकारण जीवाणुओं और विषाणुओं से सुरक्षा मिलेगी। अब्राहम की फिल्म ‘सत्यमेव जयते 2’ बृहस्पतिवार को रिलीज हो रही है।