शुक्र मिलने जा रहा है शनि से आज (22 जनवरी) रविवार की शाम को। इसमें सेटर्न और वीनस एक दूसरे में मुलाकात करते से दिखेंगे। इस रोचक खगोलीय घटना की जानकारी देते हुये नेशनल अवार्ड प्राप्त विज्ञान प्रसारक सारिका घारू ने बताया कि सूर्यास्त के बाद जब आप अपने आंगन से छत से दक्षिण पश्चिम में देखेंगे तो सबसे तेज चमकने वाला पृथ्वी का पड़ौसी ग्रह शुक्र और सौरमंडल का छटवा ग्रह शनि के बीच 0 डिग्री 21 मिनिट का अंतर रह जायेगा। यह घटना सेटर्न और वीनस का कन्जक्शन कहलाती है।
सारिका ने बताया कि शाम लगभग 6 के बाद मिलते दिखते इन ग्रहों में से वीनस तो 23 करोड़ किमी दूर होगा वहीं सेटर्न लगभग 160 करोड़ किमी दूर होगा। दूरी का इतना अंतर होते हुये भी इनका कोण इस प्रकार का होगा कि ये मिलते से नजर आयेंगे। इसमें वीनस माईनस 3.9 के मैग्नीट्यूड से तो सेटर्न 0.7 मैग्नीट्यूड से चमक रहा होगा। मिलन की यह घटना को सूर्यास्त के बाद जल्दी ही देखियेगा क्योंकि 7 बजे बाद ये मिलते ग्रह भी अस्त होने की तैयारी कर रहे होंगे।
सारिका ने बताया कि हाईड्रोजन और हीलियम से बने शनि का एक दिन लगभग 10.7 घंटे का होता है तो उसका एक साल 29 पृथ्वी के 29 साल के कुछ अधिक होता है। इसके 82 चंद्रमा को खोजा जा चुका है। जिनमें से 53 की पुष्टि की जा चुकी है। पृथ्वी का जुड़वा माने जाने वाला शुक्र आकार और घनत्व में तो पृथ्वी के समान है लेकिन पृथ्वी की तुलना में विपरीत घूमता है। शुक्र में सूर्यादय पश्चिम में होता है और पूर्व में अस्त होता है। इसका एक दिन पृथ्वी के 243 दिन के बराबर होता है और एक साल 225 दिन का होता है । इस कारण यहां दिन अपने साल से लंबा हो जाता है।