SATNA:सतना की माटी के लाल ने भारत माता के चरणों पर शीश दे दिया है। दरअसल ये जवान है जिले के ग्राम मेहुती के सुखराम सिंह कज्जू । सुखराम की शहादत की खबर उनके गृहग्राम पहुंच गई है। मप्र के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने वीर जवान को श्रद्धांजलि दी है। सांसद गणेश सिंह व चित्रकूट विधायक नीलांशु चतुर्वेदी ने भी शहादत को नमन किया है।
चित्रकूट की माटी के लाल, 23वी राजपूत बटालियन के जवान श्री सुखराम सिंह कज्जू जी के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि अर्पित करता हूं।
कश्मीर में कर्तव्य निर्वहन के दौरान बर्फबारी में हुए हादसे ने आपको हमसे छीन लिया। ईश्वर दिव्यात्मा को अपने श्रीचरणों में स्थान और परिजनों को संबल दें। pic.twitter.com/VMmK3YJ7kR
— Shivraj Singh Chouhan (@ChouhanShivraj) April 13, 2022
हिमस्खलन होने पर बर्फ में फंस हुए शहीद
हासिल जानकारी के मुताबिक सतना के कोटर थाना क्षेत्र के ग्राम मेहुती निवासी सुखराम सिंह कज्जू satna soil martyred पिता जनार्दन सिंह 35 वर्ष देश रक्षा के अपने कर्तव्य पथ पर चलते हुए कुर्बान हो गए हैं। सुखराम 23 वीं बटालियन के जवान थे और गलवान घाटी में तैनात थे। गश्त के दौरान हिमस्खलन होने पर वह बर्फ में फंस गए थे।
उन्हें उनके साथी जवानों ने किसी तरह बाहर तो निकाल लिया था लेकिन हालत गंभीर थी, लिहाजा उन्हें कोलकाता मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। बाद में कोलकाता से उन्हें लखनऊ शिफ्ट किया गया था, जहां बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ले ली।
बताया जाता है कि मेहुती निवासी कृषक जनार्दन सिंह के तीन बेटों में सुखराम दूसरे नंबर पर थे। उनके बड़े भाई सुखेंद्र सिंह खेती किसानी करते हैं, जबकि छोटा भाई जागवेंद्र भी भारतीय सेना में है। शहीद सुखराम बीते लगभग 17 वर्ष से सेना में थे। वे पिछले वर्ष गर्मी में छुट्टी पर घर आए थे। उनके दो छोटे बच्चे भी हैं।
मेहुती गांव में मच गया कोहराम
बहादुर सैनिक सुखराम की शहादत की खबर बुधवार की दोपहर मेहुती पहुंची तो गांव और घर में कोहराम मच गया। पत्नी आशा सिंह बेसुध हो गईं, माता-पिता का भी रो-रो कर बुरा हाल है। अब गांव में हर नजर को अपने जांबाज बेटे की एक झलक का इंतजार है।
बताया जाता है कि सेना की टुकड़ी विशेष वाहन से पार्थिव देह को लेकर रवाना हो चुकी है, जिसके देर रात तक पहुंचने की संभावना है। उधर प्रशासन ने गांव में सैनिक की अंतिम विदाई के प्रबंध शुरू कर दिए हैं।