नई दिल्ली। सोमवार को संतान Santan Saptami September 13 सप्तमी का पर संतान की दीर्घायु के लिए व्रत रखा गया। जिसमें पूजन और व्रत के साथ इस व्रत की समाप्ति हो जाएगी। इसके बाद से महालक्ष्मी व्रत की शुरूआत होगी। इतना ही नहीं इस दिन से एक विशेष उपाय की शुरूआत की जाती है। जिसे अगर आप लगातार 16 दिन तक करते हैं। यानि महालक्ष्मी के दिन तक अगर ये नियम पूरी श्रृद्धा के साथ किया जाए तो दुनिया की कोई ताकत आपकी मन्नत पूरी होने से नहीं रोक सकती। पंडित सनत कुमार खम्परिया से जानते हैं आज के उपाय।
एक दीपक के साथ करें शुरूआत
पंडित सनत कुमार खम्परिया के अनुसार संतान सप्तमी की रात से एक आटे का दिया भगवान के मंदिर में रखना शुरू करें। प्रतिदिन बढ़ते क्रम में दिया रखते जाएं। महालक्ष्मी के दिन तक इन दीयों की संख्या 16 हो जाएगी। आप इसे ऐसे समझ सकते हैं। मान लीजिए आपने सोमवार को रात में एक दीया बनाया। तो मंगलवार को दो दीेये बनेंगे, बुधवार को तीन। ऐसे करते हुए 28 सितंबर तक आप 16 दिये बना पाएंगे।
सूर्योदय के पहले प्रतिदिन जलाएं पांच दिए
सूर्योदय से पहले उठ जाएं। स्नान आदि करके घर के मंदिर में भगवान के पास तीन घी के दीपक जलाएं। घर के बाहर मुख्य द्वार पर दो दीपक जलाएं। ऐसा आपको महालक्ष्मी के दिन तक करना है। हिन्दु धर्म अनुसार ऐसा किया गया उपाय आपकी तरक्की के सारे द्वार खोल देता है। इसमें उपाय के साथ ईश्वर से किसी भी प्रकार की प्रार्थना कर सकते हैं। कहते हैं यह उपाय करने से एक वर्ष के अंदर आपकी मनचाही मनोकामना पूरी होती है।
महालक्ष्मी पर्व की हो जाएगी शुरूआत
संतान सप्तमी के बाद 14 सितंबर के दिन राधाष्टमी के साथ ही महालक्ष्मी पर्व की शुरूआत हो जाएगी। जिसमें महालक्ष्मी के दिन तक प्रतिदिन के हिसाब से धागे में एक गांठ बांधी जाएगी। मान लीजिए आपने सोमवार को धागे में एक गांठ बांधी। तो मंगलवार को दो, बुधवार को तीन। इस तरह से गांठे बढ़ाते जाएं और 28 सितंबर को महालक्ष्मी पर 16 गांठे पूरी होने पर यह गड़ा हाथों में पहना जाएगा।
नोट : इस लेख में दी गई सूचनाएं सामान्य जानकारियों पर आधारित है। बंसल न्यूज इसकी पुष्टि नहीं करता। इन पर अमल करने के पहले विशेषज्ञ से संपर्क कर लें।