Salman Khan 56th Birthday: बॉलीवुड के सुपरस्टार सलमान खान आज अपना 56वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 24 दिसंबर 1965 को मध्य प्रदेश के इंदौर में हुआ था। सलमान खान (Salman Khan) का मध्य प्रदेश से गहरा नाता है। उन्होंने अपनी शुरूआती पढ़ाई, भाई अरबाज खान के साथ ग्वालियर के सिंधिया स्कूल से की है। सलमान स्कूल के शरारती बच्चों में से एक थे। एक बार वे स्कूल स्टाफ को चकमा देकर फिल्म देखने निकल गए थे। आइए आज हम उनके जन्मदिन पर बचपन से जुड़े इस किस्से के बारे में जानते हैं।
सलमान सिंधिया स्कूल में 3 साल पढ़े हैं
बतादें कि सलमान खान और उनके भाई अरबाज खान ग्वालियर स्थित ज्योतिरादित्य सिंधिया (Jyotiraditya Scindia) के स्कूल “दी सिंधिया स्कूल” ( The Scindia School ) में 3 साल पढ़े हैं। सलमान ने एक बार खुद बताया था कि वे पढ़ाई के दौरान कैसे अपने पिता की फिल्म ‘शोले’ को देखने के लिए स्कूल स्टाफ को चकमा दे दिया था।
यहां से जाने माने लोग पढ़कर निकले हैं
मालूम हो कि ग्वालियर स्थित संधिया स्कूल देश के प्रसिद्ध स्कूलों में से एक है। यहां से देश के जाने माने लोग पढ़कर निकले हैं। सिंधिया स्कूल एक बोर्डिंग स्कूल है। यानी बच्चे यहीं रहकर पढ़ते हैं। किसी भी स्टूडेंट को बिना इजाजत कैंपस के बाहर जाने की अनुमति नहीं है। अगर कोई बच्चा बाहर जाने की कोशिश भी करता है तो उसे गार्ड पकड़कर अंदर भेज देते हैं और फिर उस बच्चे पर कार्रवाई की जाती है।
स्कूल कैंपस से किसी को बाहर नहीं जाने दिया जाता है
इस नियम को सिंधिया स्कूल में काफी पहले से फॉलो किया जा रहा है। सलमान और अरबाज को भी इस नियम को फॉलो करना पड़ता था। लेकिन एक दिन उन्होंने प्लान बनाया कि वे किसी भी हाल में अपने पिता की फिल्म देखने के लिए स्कूल से बाहर जाएंगे। दोनों ने कई बार कोशिश की, लेकिन वे कैंपस से बाहर जाने मे हर बार नाकामयाब रहे। ऐसे में सलमान ने एक तरकीब निकाली।
स्टाफ को ऐसे दिया चकमा
वे चुपके से अपने टीचर के केबिन में गए और उनकी ब्लेजर उठा लाए। टीचर की ब्लेजर पहनकर जब वह कैंपस गेट पर पहुंचे तो गार्ड को लगा कि कोई टीचर है। गार्ड ने बिना पूछताछ के उन्हें बाहर जाने दिया। इस तरह सलमान और अरबाज स्कूल कैंपस से बाहर जाने में कामयाब रहे। दोनों ने बाहर जाकर शोले देखी और फिर वापस आ गए। वापस आकर सलमान ने धीरे से अपने टीचर के केबिन में उस ब्लेजर को रख दिया। सलमान ने स्कूल टाइम में इस बात को गुप्त ही रखा। लेकिन एक दिन उन्होंने इस राज को सभी के सामने रखा तो लोग हैरान हो गए।
1897 में हुई थी स्कूल की शुरूआत
मालूम हो कि ग्वालियर के इस सिंधिया स्कूल की शुरूआत 1897 में हुई थी। मौजूदा समय में ज्योतिरादित सिंधिया इस स्कूल के बोर्ड ऑफ गवर्नर्स के प्रेसिडेंट हैं। यह लड़कों का एक बोर्डिंग स्कूल है और ग्वालियर के एतिहासिक किले में स्थित है। पहले इस स्कूल का नाम ‘सरदार स्कूल’ हुआ करता था। लड़कों के बोर्डिंग स्कूल के अलावा यहां एक आवासीय ‘सिंधिया कन्या विद्यालय’ भी है। जहां लड़कियां रहकर पढ़ती हैं।
कैंपस के अंदर खेल-कूद के 22 मैदान मौजूद है
सिंधिया स्कूल कैंपस के अंदर छात्रों के लिए हर सुख सुविधा मौजूद है। ऐसिहासिक दुर्ग पर स्थित इस स्कूल में छात्रों के खेलने के लिए 22 मैदान हैं। जिसमें क्रिकेट, लॉन टेनिस, स्वीमिंग पूल, हार्स राइडिंग, बॉक्सिंग से लेकर हर तरह के इंडोर गेम और ओपन थिएटर मौजूद है। स्कूल को दो भागों में बांटा गया है। क्लास तीसरी से छठी तक जूनियर वर्ग और क्लास सातवीं से बारहवीं तक सीनियर वर्ग में बांटा गया है।
मुकेश अंबानी भी यहीं से पढ़े हैं
सिंधिया स्कूल की फीस काफी ज्यादा है। स्कूल के आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार यहां की फीस करीब 12 लाख रूपए सालाना है। इस स्कूल में सलमान और अरबाज खान के अलावा देश के कई बड़े नेता, सेना के जनरल, उद्योगपति और फिल्म अभिनेता पढ़े हैं। सूरज बड़जात्या, नील नितिन मुकेश, अनुराग कश्यप, अली असगर, सुनील भारती मित्तल और मुकेश अंबानी भी यहां से पढ़ाई कर चुके हैं।