हाइलाइट
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सकट चौथ आज
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रात 8:49 मिनट पर है चंद्रोदय का समय
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कष्ट दूर करने के अचूक उपाय
Sakat Chauth 2024 Upay: इस साल संकष्टी चतुर्थी का व्रत आज सोमवार को रखा जा रहा है. ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर सकट चौथ यानि संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2024) पर कुछ खास उपाए सकट चौथ किए जाएं, तो आपकी किस्मत चमक सकती है।
तो चलिए जानते हैं कि श्री गणेश की कृपा के लिए आप आज कौन से टोटके (Totke) या उपाय (Sankashti Chaturthi 2024 ke Upay) अपना सकते हैं।
ज्योतिषाचार्य पंडित राम गोविंद शास्त्री के अनुसार माघ महीने (Magth Maah) के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को रखे जाने वाले चौथ को सकट चौथ (Sakat Chauth 2024) कहते हैं। इसे लंबोदर संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2024) के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन गणेश जी की पूजा करने और व्रत आदि रखने से सभी संकटों का नाश होता है।
परिवार और संतान की रक्षा के लिए लंबोदर संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2024) का व्रत हर साल रखा जाता है। इस दिन भगवान को उनकी प्रिय चीज दूर्वा (Durva) के साथ मोदक चढ़ाने भगवान गणेश (Bhagwan Ganesh) प्रसन्न होते हैं। आपको बता दे इस दिन भगवान गणेश की पूजा तिल (Til) का पहाड़ बनाकर उनकी पूजा की जाती है। साथ ही चंद्रोदय के बाद चांद को जल चढाने के बाद पूजा करके व्रत का पारण किया जाता है।
आइए जानते हैं कब है लंबोदर संकष्टी चतुर्थी (Sankashti Chaturthi 2024). क्या है पूजा का शुभ मुहूर्त, मंत्र, पूजा विधि और चंद्रोदय का समय।
इन नामों से भी जानते हैं सकट चौथ को | Sakat Chauth 2024 Other Name
हिंदू धर्म में लंबोदर संकष्टी चतुर्थी का व्रत भगवान लंबोदर यानी कि गणेश जी को समर्पित है। जिसका अर्थ होता है, दुखों को हरने वाला! भारत के विभिन्न प्रांतों में इसे संकटा चौथ, तिल चौथ, गणेश चौथ, वक्रतुण्ड संकष्टी चतुर्थी, माघी चौथ , वक्रतुंडी चतुर्थी , तिलवा(Tilwa) , तिलकुट चौथ, शंकर चौथ , बहुला चतुर्थी, लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी आदि नामों से भी जाना जाता है। तिल कूट चौथ का व्रत चन्द्रमा को अर्घ्य देने के बाद ही पूर्ण माना जाता है। व्रत पुत्र की दीघार्यु के लिए किया जाता है।
सकट चौथ के टोटके| Sakat Chauth 2024 Totke
अगर आप लंबे समय से किसी समस्या से परेशान हैं तो गणेश चतुर्थी के दिन हाथी को हरा चारा जरूर खिलाएं। ऐसा करने के साथ ही गणेश मंदिर में जाकर प्रार्थना रखें। हाथी को हरा चारा खिलाने से सभी परेशानियों का अंत हो सकता है।
गणेश चतुर्थी के दिन श्री गणेश का अभिषेक करना बहुत शुभ माना गया है। चतुर्थी के दिन गणेश जी का अभिषेक करने से उनकी कृपा शीघ्र प्राप्त होती है। गणेश जी के अभिषेक के बाद गणपति अथर्वशीर्ष का पाठ जरूर करें।
शास्त्रों में गणेश यंत्र बहुत ही चमत्कारी यंत्र बताया गया है। चतुर्थी के दिन इसकी स्थापना करना विशेष फलदाई होता है। घर में इस यंत्र की स्थापना और पूजन करने से घर में किसी तरह की बुरी शक्ति प्रवेश नहीं करती है।
अगर आपके जीवन में आर्थिक परेशानियां बनी रहती हैं तो इस दिन स्नान करके भगवान गणेश को गुड़ और देशी घी का भोग जरूर लगाएं। फिर इसके बाद इस भोग को प्रसाद के रूप में गाय को खिला दें। इससे आपकी धन संबंधी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी।
गणेश चतुर्थी के दिन श्रीगणेश मंदिर में जाकर 21 गोलियां बनाएं। फिर इसे दूर्वा के साथ भगवान को चढ़ाएं। इससे भी मनोकामना जल्दी पूरी होती हैं।
अगर आपके जीवन में विवाह संबंधी परेशानियां आ रही हों तो इस दिन व्रत रखकर बप्प को आटे और गुड़ से बने मालपुओं का भोग जरूर लगाएं।
गणेश चतुर्थी पर भगवान को पीले रंग की मिठाई का भोग लगाना भी शुभ होता है।
सकट चौथ पर ये है चंद्रोदय का समय
चतुर्थी तिथि प्रारम्भ- 29 जनवरी को 6 बजकर 11 मिनट पर
चतुर्थी तिथि समाप्त- 11 जनवरी को 08 बजकर 54 मिनट पर
चंद्रोदय का समय– रात को 8 बजकर 49 मिनट पर
सकट चौथ की पूजा सामग्री लिस्ट | Sakat Chauth 2024 Puja Samagri
जल और गंगाजल
पंचामृत
रोली
अक्षत
जनेऊ
सिंदूर
दूर्वा
सुपारी
दीपक
घी
फल
फूल
लड्डू
भगवान गणेश की प्रतिमा
लम्बोदर संकष्टी चतुर्थी के मंत्र |Sakat Chauth 2024 Mantra
1. वक्र तुंड महाकाय, सूर्य कोटि समप्रभ:।
निर्विघ्नं कुरु मे देव शुभ कार्येषु सर्वदा।।
2. गजाननं भूतगणादिसेवितं कपित्थजम्बूफलचारु भक्षणम्।
उमासुतं शोकविनाशकारकं नमामि विघ्नेश्वरपादपङ्कजम्।।
3. एकदन्तं महाकायं लम्बोदरगजाननम्।
विध्ननाशकरं देवं हेरम्बं प्रणमाम्यहम्।।
4. सर्वाज्ञाननिहन्तारं सर्वज्ञानकरं शुचिम्।
सत्यज्ञानमयं सत्यं मयूरेशं नमाम्यहम्।।
कष्टों से मुक्ति दिलाएंगे संकष्टी चतुर्थी के ये उपाय