मुंबई, आठ जनवरी (भाषा) घरेलू शेयर बाजार में भारी तेजी को देखते हुए रुपये में सुधार रहा। विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया शुक्रवार को दिन के न्यूनतम स्तर से उबरते हुए अमेरिकी मुद्रा के मुकाबले सात पैसे बढ़कर 73.24 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
अंतरबैंक विदेशी मुद्रा विनिमय बाजार में रुपया सुस्ती का रुख लिए खुला और सत्र के दौरान 73.45 रुपये के दिन के निम्नतम स्तर को छू गया। लेकिन बाद में रुपये की आरंभिक हानि लुप्त हो गई और अंत में रुपया 73.24 रुपये प्रति डॉलर पर बंद हुआ।
सत्र के अधिकांश हिस्से में रुपये पर निरंतर दबाव रहा। विश्व की अन्य प्रमुख मुद्राओं की तुलना में डॉलर के मजबूत होने और कच्चेतेल की बढ़ती कीमतों की वजह से सत्र के अधिकांश हिस्से में रुपये पर दबाव रहा और इसके लाभ पर कुछ अंकुश लग गया।
एक दिन पहले बृहस्पतिवार को रुपया 20 पैसे गिरकर 73.31 प्रति डॉलर पर बंद हुआ था।
इस बीच, छह मुद्राओं की तुलना में अमेरिकी डॉलर का रुख दर्शाने वाला डॉलर सूचकांक 0.12 प्रतिशत बढ़कर 89.93 अंक हो गया।
स्टॉक एक्सचेंज के आंकड़ों के अनुसार विदेशी संस्थागत निवेशकों ने बृहस्पतिवार को 382.30 करोड़ रुपये के शेयरों की शुद्ध खरीदारी की।
वैश्विक बाजार में कच्चे तेल का मानक माने जाने वाले ब्रेंट कच्चा तेल वायदा की कीमत 0.31 प्रतिशत बढ़कर 54.69 डॉलर प्रति बैरल पर चल रही थी।
तीस शेयरों पर आधारित बंबई शेयर बाजार का सूचकांक 689.19 अंक की तेजी के साथ रिकार्ड 48,782.51 अंक पर बंद हुआ।
एमके ग्लोबल फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख (मुद्रा) राहुल गुप्ता ने कहा, ‘‘कुल मिलाकर मुद्रा बाजार में उदासीनता है। इस दौरान अमेरिकी डॉलर-रुपये को 73-73.50 के दायरे में कारोबार करते देखा जा रहा है। बाइडन के राष्ट्रपति बनने का मतलब है कि अमेरिकी आर्थिक सुधारों का समर्थन देने के लिए भारी खर्च और उधार। इसलिए शेयर बाजारों का उत्साह कुछ समय तक जारी रह सकता है।’’
रिलायंस सिक्योरिटीज के वरिष्ठ शोध विश्लेषक श्रीराम अय्यर ने कहा कि डेमोक्रेट नियंत्रित अमेरिकी सरकार द्वारा अतिरिक्त राजकोषीय प्रोत्साहन की उम्मीद में रुपये को मजबूती मिली। उन्होंने कहा कि आने वाले सत्र में रुपया अमेरिकी डॉलर के मुकाबले 73.15-73.43 के बीच रह सकता है।
भाषा
पाण्डेय महाबीर
महाबीर