नई दिल्ली। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) की राष्ट्रीय कार्यकारणी के सदस्य इंद्रेश कुमार ने यूक्रेन के खिलाफ सैन्य आक्रमण को तुरंत रोकने के लिए रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन पर दबाव बनाने को लेकर शुक्रवार को सरकार से अन्य देशों से हाथ मिलाने की अपील की। इंद्रेश कुमार ने इस बात को रेखांकित किया कि युद्ध से किसी समस्या का समाधान नहीं निकलता है, बल्कि इससे मानवता को नुकसान पहुंचता है।
उन्होंने वैश्विक नेताओं, राजनयिकों और नागरिक समाज के लोगों से समस्या का बातचीत के जरिये समाधान निकालने के लिये पुतिन को मनाने की अपील की। आरएसएस के वरिष्ठ प्रचारक ने अपने एक संदेश में कहा, ‘‘ भारत सहित दुनिया के सभी देशों की सरकारों, राजनीतिज्ञों, राजनयिकों, रक्षा विशेषज्ञों, नागरिक समाज के लोगों को साथ आना चाहिए और बातचीत का रास्ता अपनाकर युद्ध को तत्काल रोकने के लिये रूस के राष्ट्रपति व्लादीमिर पुतिन पर दबाव बनाना चाहिए।’’
उन्होंने कहा, ‘‘ भारत शांति चाहता है। ऐसी कोई स्थिति नहीं बननी चाहिए जो युद्ध को बढ़ावा देती हो। युद्ध की विभीषिका काफी भयावह, दर्दनाक और असहनीय होती है।’’ राष्ट्रीय मुस्लिम मंच और राष्ट्रीय क्रिश्चियन मंच के संस्थापक कुमार ने मुस्लिम और ईसाई समुदाय के नेताओं से अपील की कि वे रूस को शांति, सौहार्द और भाइचारे का मार्ग अपनाने का सुझाव दें। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यूक्रेन पर रूस के हमले से पैदा हुई स्थिति के मद्देनजर बृहस्पतिवार को रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से बातचीत की थी।
प्रधानमंत्री ने तत्काल हिंसा रोकने की अपील करते हुए सभी पक्षों से कूटनीतिक बातचीत और संवाद की राह पर लौटने के ठोस प्रयास करने का आह्वान किया था। प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक, प्रधानमंत्री मोदी ने बातचीत के दौरान ‘‘अपने इस दीर्घकालिक दृढ़ विश्वास’’ को दोहराया था कि रूस और उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) समूह के बीच मतभेदों को सिर्फ ‘‘ईमानदार और गंभीर वार्ता’’ से ही सुलझाया जा सकता है।