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लखनऊ। उत्तर प्रदेश में चुनावों के नजदीक आते ही सियासी उठापटक जोरो पर है। तमाम नेता टिकट के लिए पार्टी छोड़ कर दूसरी पार्टियों में जा रहे है। इसी लिस्ट में एक और नाम शामिल हो सकता है। खबर है कि लखनऊ कैंट से टिकट न मिलने से नाराज रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी सपा में शामिल हो सकते हैं।
बेटे के लिए मांगा था टिकट
दरअसल भाजपा सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी लखनऊ कैंट विधानसभा से टिकट चाह रहे थे। पिछले दिनों भी उन्होंने अपने बेटे को टिकट दिए जाने की मांग का समर्थन करते हुए कहा था कि उनका बेटा 12 साल से बीजेपी में काम कर रहा है। अगर उसने अपने काम को लेकर टिकट मांगा है, तो यह उसका अधिकार भी है। अगर पार्टी का नियम है कि एक परिवार से एक को ही टिकट, तो मैं सांसद के तौर पर अपना इस्तीफा देने को तैयार हूं। लेकिन बीजेपी ने मंयक को टिकट नहीं दिया था।
रीता ने लिया संयास का फैसला
भाजपा ने उत्तरप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए प्रयागराज से सांसद रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी को टिकट नहीं देने का फैसला किया था। बेटे को विधानसभा चुनाव का टिकट नहीं मिलने के बाद रीता बहुगुणा जोशी ने चुनावी राजनीति से संन्यास लेने का फैसला किया है।
प्रयागराज से सांसद हैं रीता
रीता बहुगुणा जोशी लखनऊ कैंट विधानसभा सीट से लगातार दो बार विधायक रहीं हैं। कांग्रेस में रहते हुए पहली बार वर्ष 2012 के चुनाव में उन्होंने इस सीट से BJP के सुरेश तिवारी को हराया था। इसके बाद वर्ष 2017 में बीजेपी में शामिल होने के बाद वह इस सीट से दोबारा विधायक चुनीं गईं और योगी मंत्रिमंडल में वह कैबिनेट मंत्री भी बनीं। साल 2019 में प्रयागराज से लोक सभा चुनाव लड़ने के लिए उन्हें ये सीट खाली करनी पड़ी थी। रीता बहुगुणा जोशी उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय एच.एन.बहुगुणा की बेटी हैं। उनकी मां स्वर्गीय कमला बहुगुणा पूर्व सांसद थीं। रीता बहुगुणा ने 1995-2000 तक इलाहाबाद के मेयर का पद संभाला। वह 2012 के राज्य चुनावों में लखनऊ छावनी के लिए विधान सभा की सदस्य चुनी गईं।
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