मुंबई। शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) के नेता संजय राउत ने आरोप लगाया कि कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीशों को ‘‘भारत विरोधी गिरोह’’ का हिस्सा बताने वाली केंद्रीय कानून मंत्री किरेन रीजीजू की टिप्पणियां न्यायपालिका पर दबाव बनाने और न्यायाधीशों को धमकाने की कोशिश हैं। राष्ट्रीय राजधानी में शनिवार को ‘इंडिया टुडे’ कॉन्क्लेव में रीजीजू ने दावा किया था कि ‘‘भारत विरोधी गिरोह का हिस्सा’’ रहे कुछ सेवानिवृत्त न्यायाधीश और कार्यकर्ता यह कोशिश कर रहे हैं कि भारतीय न्यायपालिका विपक्षी दल की भूमिका निभाए।
मुंबई में पत्रकारों से बातचीत में रीजीजू की टिप्पणियों पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने कहा, ‘‘यह किस तरह का लोकतंत्र है? क्या किसी कानून मंत्री को न्यायपालिका को धमकी देना शोभा देता है?’’ उन्होंने आगे कहा, ‘‘यह उन न्यायाधीशों को धमकी है, जिन्होंने सरकार के आगे झुकने से इनकार कर दिया और यह न्यायपालिका पर दबाव बनाने की कोशिश है। सरकार की आलोचना करने का मतलब देश के खिलाफ बोलना नहीं होता।’’ राउत ने यह भी कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी के देश में लोकतंत्र के खतरे में होने के बारे में बोलने के बाद अब उन्हें लोकसभा से निलंबित कराने की कवायद चल रही है।
राहुल से अपनी टिप्पणियों के लिए माफी मांगने के लिए कहे जाने से जुड़े एक सवाल के जवाब में राउत ने कहा, ‘‘राहुल गांधी माफी नहीं मांगेंगे और उन्हें माफी क्यों मांगनी चाहिए?’’ उन्होंने आरोप लगाया कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेताओं ने विदेशी धरती पर देश और उसके नेताओं के खिलाफ बोला है।