हाइलाइट्स
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PM श्री एयर एंबुलेंस बनी वरदान
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रीवा के मरीज को मिला पहला लाभ
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हार्ट अटैक की हो गई थी शिकायत
PM Shri Air Ambulance: मध्यप्रदेश में शुरू की गई PM श्री एयर एंबुलेंस सेवा मरीजों के लिए वरदान साबित हो रही है। सेवा का पहला लाभ रीवा के मरीज गोविंदलाल ने लिया है। बता दें कि आयुष्मान कार्डधारी गोविंदलाल को हार्ट अटैक की शिकायत हो गई थी, जिसके बाद उन्हें एयर एंबुलेंस से भोपाल रेफर किया गया।
PM श्री एयर एंबुलेंस बनी वरदान: रीवा के मरीज गोविंदलाल को मिला सेवा का पहला लाभ, भोपाल किया रेफर#PMShriAirAmbulance #AirAmbulance #MPNews
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— Bansal News (@BansalNewsMPCG) June 25, 2024
पहले लाभार्थी बने रीवा के गोविंदलाल
जानकारी के मुताबिक, मऊगंज जिले के ग्राम जुड़मनिया मुरली के रहने वाले 50 वर्षीय गोविंदलाल को 23 जून की रात अचानक हार्ट में दर्द हुआ।
इसके बाद उनकी तबीयत बिगड़ने लगी। परिजनों ने तत्काल उन्हें रीवा के मेडिकल कॉलेज में भर्ती किया, जहां डॉक्टरों ने भोपाल रेफर करने का कहा।
ऐसे में गोविंदलाल ने मोहन सरकार द्वारा चलाई जा रही पीएम श्री एंबुलेंस का लाभ लिया और रीवा से भोपाल रेफर हुए।
PM श्री एयर एम्बुलेंस योजना क्या है?
PM श्री एयर एम्बुलेंस सेवा एमपी सरकार की एक महत्वकांक्षी योजना है, जिसके तहत लोगों को इमरजेंसी में इलाज के लिए एयर एंबुलेंस की सुविधा दी जाती है।
बता दें कि इस योजना का लाभ सिर्फ उन मरीजों को मिलता है, जिनकी हालत बेगद होती है। योजना का लाभ लेने के लिए आयुष्मानकार्ड जरूरी है। इस योजना के तहत मरीज का इलाज फ्री में होता है।
उप मुख्यमंत्री ने विभागीय अधिकारियों को दिए निर्देश
उप मुख्यमंत्री राजेंद्र शुक्ल ने मामले में कहा कि मऊगंज के गोविंदलाल तिवारी को गंभीर हार्ट अटैक की शिकायत में एयर एम्बुलेंस सुविधा दी गई।
साथ ही शुक्ल ने प्रशासनिक और विभागीय अधिकारियों को सुविधाजनक रूप से सेवा मुहैया कराने के निर्देश दिए, ताकि मरीज और उनके परिजनों को कोई असुविधा न हो। साथ ही गोविंदलाल तिवारी के जल्द ठीक होने की कामना की।
इनके लिए फ्री एयर एंबुलेंस
एमपी में शुरू हुई पीएम श्री एयर एंबुलेंस सर्विस का लाभ प्रदेश के सभी नागरिक ले सकते हैं। ये सेवा सभी को लिए मुफ्त दी जाती है। इस योजना के तहत आयुष्मान कार्डधारी मरीज को तत्काल इलाज के लिए किसी भी राज्य ले जाने पर फीस नहीं लगती है।
इन्हें देना होता है चार्ज
वहीं जिन लोगों के पास आयुष्मान कार्ड नहीं होता है, उनको इलाज के लिए बाहर ले जाने के लिए 2 लाख रुपए प्रति घंटे के हिसाब से चार्ज देना होता है। इस सेवा के माध्यम से ग्रामीण और दूरदराज के लोगों को इमरजेंसी में मदद दी जाती है।
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