रीवा। मध्य प्रदेश के रीवा में हुए विमान हादसे की जांच शुरू कर दी गई है। इस मामले के लिए DGCA की टीम रीवा पहुंच चुकी है। एयरपोर्ट अथॉरिटी की तकनीकी टीम पहले से ही यहां है। टीम के सदस्यों ने घटना स्थल पहुंचकर साक्ष्य इकट्ठे किए और ब्लैकबॉक्स सहित कई जानकारी ली। साथ ही फॉल्कन फ्लाइंग क्लब के अधिकारियों और ट्रेनी पायलट से भी चर्चा की है। बता दें कि रीवा के उमरी गांव में गुरुवार रात 1 ट्रेनी प्लेन क्रैश हुआ था, इसमें फ्लाइंग ट्रेनिंग दे रहे पायलट विमल कुमार की मौके पर ही मौत हो गई थी। वहीं ट्रेनी पायलट को गंभीर चोटें आई थी। इस घटना की खबर लगते ही गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए थे। इसके बाद अब जांच शुरू हो गई है।
दरअसल, रीवा के उमरी गांव में बीते दिनों विमान हादसे की हराई से जांच शुरू हो गई है। राज्य सरकार के आदेश मिलते ही एयरपोर्ट अथॉरिटी (एएआइबी) की 2 सदस्य तकनीकी टीम भी यहां पहुंचकर जांच में जुटी हुई है। वहीं इसके साथ ही शनिवार को डीजीसीए की भी टीम दिल्ली और भोपाल के लोग के साथ रीवा पहुंचकर जांच कर रही है। घटनास्थल पहुंचकर टीम ने साक्ष्य एकत्रित किए हैं। ब्लैकबॉक्स का साथ ही अन्य जानकारी एकत्रित की गई है। ब्लैक बॉक्स मिलने के संबंध में अब तक किसी तरह की कोई जानकारी सामने नहीं आ सकी है। जांच टीम ने फाल्कन फ्लाइंग क्लब के अधिकारियों व ट्रेनी पायलट से भी पूरी घटना के संबंध में चर्चा की है।
बता दें कि रीवा के चोरहटा थाना क्षेत्र अंतर्गत उमरी गांव में गुरुवार की रात्रि 1 ट्रेनी प्लेन क्रैश हुआ था । उड़ान भरने की महज 22 मिनट बाद ही ट्रेनी विमान मंदिर की गुंबद से टकरा गया जिससे उसके परखच्चे उड़ गए थे कुछ इससे तो पेड़ में जाकर भी फस गए थे । इस हादसे में फ्लाइंग प्रशिक्षण दे रहे पायलट विमल कुमार 54 वर्ष निवासी बिहार की घटनास्थल पर ही मौत हो गई थी वही प्रशिक्षु पायलट सोनू यादव को गंभीर चोटें आई हैं घायल का उपचार रीवा के संजय गांधी अस्पताल के आईसीयू में में भर्ती कराया गया, जहां डॉक्टरों की निगरानी में घायल का उपचार जारी है। इस घटना की खबर लगते ही मध्य प्रदेश के गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने उच्च स्तरीय जांच के आदेश भी दे दिए थे. इसके बाद अब जांच शुरू हो गई है। इसकी रिपोर्ट गोपनीय तरीके से हाईकमान को सौंपी जाएगी।