हाइलाइट्स
- रीवा EE टीपी गुर्दवान का रिश्वत कबूलनामा वायरल।
- खुद स्वीकार किया – “ऊपर तक पैसा देना पड़ता है”
- फर्जी AMIE डिग्री से नौकरी हासिल करने का आरोप।
Rewa EE Viral Video: रीवा जिले के ग्रामीण यांत्रिकी सेवा में पदस्थ प्रभारी कार्यपालन यंत्री (executive engineer) टीपी गुर्दवान का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसमें वे खुद खुल्लमखुल्ला स्वीकारते नजर आ रहे हैं कि सरकारी विभागों में अधिकारियों को “पैसा” देकर मामले दबाए जाते हैं।
वीडियो में एक आरटीआई एक्टिविस्ट से वे कहते हैं कि “शिकायत वापस लो, वरना ऊपर तक मामला जाएगा और पैसे देने पड़ेंगे।” खास बात यह है कि गुर्दवान पर फर्जी एएमआईई डिग्री का भी गंभीर आरोप है। यह वीडियो ना सिर्फ भ्रष्टाचार की गहराई को उजागर करता है, बल्कि शासन-प्रशासन की निष्क्रियता पर भी सवाल खड़े करता है।
EE का वीडियो वायरल, खुल्लमखुल्ला कबूलनामा
दरअसल, वायरल वीडियो में दिखाई दे रहे अधिकारी टीपी गुर्दवान रीवा में यांत्रिकी सेवा संभाग क्रमांक-1 के प्रभारी कार्यपालन यंत्री (एग्जीक्यूटिव इंजीनियर) हैं। EE गुर्दवान का वीडियो वायरल ने प्रशासनिक सिस्टम को झकझोर दिया है। जिसमें वे यह कह रहे हैं कि “ऊपर तक पैसा देना पड़ता है और लेन-देन से ही मामले निपटते हैं।” इस वीडियो में उन्होंने आरटीआई एक्टिविस्ट से साफ कहा कि शिकायतों से कुछ नहीं होगा, उल्टा अधिकारियों को पैसा देना पड़ेगा।
RTI एक्टिविस्ट और EE गुर्दवान की बातचीत
EE टीपी गुर्दवान का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो गया है। वीडियो में वे आरटीआई एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी से बात करते नजर आ रहे हैं और उन्हें शिकायत वापस लेने की सलाह दे रहे हैं। साथ ही सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार की बात करते हुए शिकायत वापस करने का कह रहे है।
मामले में शिकायत वापस ले लो….
EE गुर्दवान ने कहा कि “मामला ऊपर जाएगा तो बड़े अफसरों को पैसे देने पड़ेंगे। इससे अच्छा है, यहीं रफा-दफा कर लो। केस कोई भी हो, बड़े अफसरों को माल (पैसा) देना पड़ता है, सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार है… जांच अधिकारी लेन-देन कर मामले को रफा-दफा कर देंगे। फर्जी डिग्री वाले मामले में शिकायत वापस ले लो।
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एएमआईई डिग्री फर्जी होने का गंभीर आरोप
दरअसल, प्रभारी कार्यपालन यंत्री टीपी गुर्दवान पर आरोप है कि उन्होंने जिस एएमआईई (AMIE) डिग्री के आधार पर सरकारी नौकरी हासिल की है, वह फर्जी है। इस मामले में जांच भी चल रही है। इस संबंध में आरटीआई एक्टिविस्ट शिवानंद द्विवेदी ने दस्तावेज प्राप्त कर शासन से शिकायत की थी।
मामला बाहर मत उछालो…
वीडियो में EE गुर्दवान RTI एक्टिविस्ट से साफ कहते हैं कि “दस्तावेज बाहर मत निकालो… वे यह भी कहते हैं कि शिकायत करने से अफसरों को पैसे देने पड़ते हैं और फाइलें ऊपर तक जाती हैं। वे सर्विस बुक और फर्जी डिग्री मामले को लेकर दस्तावेजों को बाहर न उछालने की बातें करते नजर आ रहे हैं।
मामले में अब तक कार्रवाई नहीं
बता दें कि अधिकारी टीपी गुर्दवान पर यह आरोप है कि उन्होंने फर्जी एएमआईई (AMIE) डिग्री के आधार पर सरकारी नौकरी प्राप्त की। गुर्दवान की फर्जी डिग्री के मामले में जांच हो गई है। रीवा संभाग के कमिश्नर बाबू सिंह जामोद ने जांच पूरी कर रिपोर्ट एक महीने पहले ही ग्रामीण विकास विभाग की प्रमुख सचिव दीपाली रस्तोगी को भेज दी, लेकिन अब तक कोई कार्रवाई नहीं हुई।
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