हाइलाइट्स
-
रेड क्रास सोसायटी ने दी मयंक के परिजनों को 4 लाख की मदद
-
मामले में जनपद सीईओ और पीएचई का एसडीओ निलंबित
-
45 घंटे चला मासूम को निकालने रेस्क्यू ऑपरेशन
Rewa News: मध्यप्रदेश के रीवा जिले में बोरवेल में गिरे 6 साल के मासूम मयंक को NDRF की रेस्क्यू टीम ने बोरवेल से बाहर निकाल लिया है। जानकारी के मुताबिक मयंक जिंदगी की जंग हार चुका है। मयंक की सांसे थम चुकी हैं। त्योंथर SDM संजय कुमार जैन द्वारा मंयक की मौत की पुष्टि कर दी गई है। बच्चे का शव त्यौंथर अस्पताल में पोस्टमार्टम के लिए रवाना कर दिया गया है।
उधर, मामले को लेकर मोहन सरकार ने जिम्मेदारों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की। जिसमें जनपद का सीईओ और पीएचई के एसडीओ को निलंबित कर दिया गया है।
बड़ी खबर: रीवा बोरवेल में गिरा मयंक हार गया जिंदगी की जंग, जानें कब हो चुकी थी मौत@DrMohanYadav51 @rshuklabjp #rewa #borewell #rescue #rescueoperations #teonthar #NDRF #upnews #banaras #SDRF #mpnews #madhyapradeshnews #bansalnewsmpcg
पूरी खबर यहाँ पढ़ें-… pic.twitter.com/FjxNBUqGHj
— Bansal News (@BansalNewsMPCG) April 14, 2024
45 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन
मयंक को बचाने के लिए करीब 45 घंटे चले रेस्क्यू ऑपरेशन को पूरा कर लिया गया है, लेकिन दुख की खबर ये है कि तमाम कोशिशों के बावजूद भी नन्हे मयंक को नहीं बचाया जा सका।
NDRF की टीम समेत प्रशासन की कई रेस्क्यू टीमों ने भी मयंक को बचाने के अथक प्रयास किए, लेकिन इसके बावजूद भी मयंक की जान जा चुकी है।
रात में ही हो चुकी थी मौत!
मयंक की मौत की खबर सुनते ही रेस्क्यू टीम के साथ-साथ मयंक के परिवार समेत पूरे गांव में मातम सा छा गया है।
मौके पर मौजूद मेडिकल टीम के सदस्यों के मुताबिक, मयंक की मौत संभवत रात में हो गई होगी। हालांकि, इसकी स्पष्ट जानकारी पोस्टमार्टम रिपोर्ट में से ही पता चल सकेगी।
खेलते-खेलते अचानक बोरवेल में गिरा था मयंक
दरअसल मामला त्योंथर क्षेत्र के मनिका गांव का है, जहां शुक्रवार दोपहर को गेंहू के खेत में खेलते-खेलते अचानक 6 साल का मयंक आदिवासी (Rewa News) खुले बोरवेल में गिर गया था। जिसका रेस्क्यू ऑपरेशन पिछले 40 घंटो से लगातार चला रहा है।
ये भी पढ़ें: Rewa Borewell Update: 79 फीट पर बोरवेल में फंसी मासूम की सांसें, रेस्क्यू को 24 घंटे बीते, टीम हाथ से कर रही खुदाई
पिछले 3 साल से खुला पड़ा हुआ था बोरवेल
ऐसा बताया जा रहा है कि खेत में मौजूद जिस बोरवेल में मयंक गिरा है, वो पिछले 3 साल से खुला पड़ा हुआ है। पानी न मिलने के चलते इसके मालिक हीरामणि मिश्रा ने इसे खुला छोड़ दिया था।
परिजनों का आरोप है कि जब मयंक बोरवेल में गिरा था उस वक्त खेत मालिक वहीं (Rewa News) मौजूद था और उसने मंयक को बोरवेल में गिरते देख लिया था। इसके बावजूद ये बात किसी को नहीं बताई और चुपचाप वहां से घर चला गया।
इसके साथ ही परिजनों ने ये भी आरोप लगाया है कि जिला प्रशासन के आला-अधिकारी मौजूद तो हैं और बच्चे को निकालने में जुटे हैं, लेकिन बच्चे को बाहर निकालने की कोई जानकारी नहीं बता रहे हैं।
ये भी पढ़ें: MP में PM: आज पिपरिया में बड़ी जनसभा करेंगे मोदी, यहीं से छिंदवाड़ा साधने का प्लान!