Rewa Accident Sperm Preserve: एमपी के सीधी जिले के चुरहट की निवासी नेहा सिंह की एक अनोखी मांग ने डॉक्टरों और पुलिस को दो दिन तक चौंका कर रखा। दरअसल, नेहा के पति जितेंद्र सिंह गहरवार की गुरुवार को सड़क हादसे में मौत हो गई थी। सूचना मिलने पर रीवा के संजय गांधी मेडिकल कॉलेज अस्पताल पहुंची नेहा ने पुलिस और डॉक्टरों के सामने एक अजीब अनुरोध किया। उसने कहा कि उसके पति का स्पर्म सुरक्षित रखा जाए, ताकि वह आधुनिक चिकित्सा तकनीक () के जरिए मां बन सके। महिला ने यह तर्क दिया कि उनका विवाह सिर्फ सात महीने पहले, मई 2024 में हुआ था, और वह चाहती हैं कि उनके पति के निधन के बावजूद उनकी यादें जीवित रहें।
भविष्य में पति की यादों को जीवित रखना चाहती थी पत्नी
महिला ने यह तर्क दिया कि उनका विवाह सिर्फ सात महीने पहले, मई 2024 में हुआ था, और वह चाहती हैं कि उनके पति के निधन के बावजूद उनकी यादें जीवित रहें। दरअसल दो दिन पहले सड़क हादसे में पति की मौत के बाद, पत्नी ने रीवा पहुंचने के बाद एक आवेदन पत्र सौंपा, जिसमें उसने अपने पति के स्पर्म को प्रिजर्व करने की मांग की। इस कारण पोस्टमॉर्टम में घंटों की देरी हुई। हालांकि, मौत को 24 घंटे से ज्यादा का समय बीत चुका था, जिससे डॉक्टर्स ने स्पर्म प्रिजर्व करने से मना कर दिया। इसके बाद, पत्नी ने अस्पताल परिसर में हंगामा मचाया।
डॉक्टरों ने दिया ये तर्क
पूरे मामले में डॉक्टरों का कहना है कि 24 घंटे से अधिक समय बीत जाने के कारण स्पर्म प्रिजर्व करना संभव नहीं था। इसके अलावा, रीवा मेडिकल कॉलेज में स्पर्म प्रिजर्वेशन की सुविधा और संसाधन भी उपलब्ध नहीं हैं। बावजूद इसके, मृतक की पत्नी अपनी मांग पर अड़ी रही। जानकारी के अनुसार, गुरुवार रात को पुलिस लाइन के पास चौराहे पर एक बाइक दुर्घटना में सीधी जिले के चुरहट निवासी जितेंद्र सिंह गहरवार की मौत हो गई थी। इसके बाद, पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर संजय गांधी अस्पताल भेजा।
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24 घंटे के भीतर स्पर्म प्रिजर्व नहीं हुआ संभव
घटना पर रीवा एसपी ने कहा कि युवक की दुर्घटना में मौत हो गई थी, और पत्नी ने उसके स्पर्म को प्रिजर्व करने की मांग की थी। हालांकि, हादसे के 24 घंटे बाद यह संभव नहीं था। दो दिन बाद, अंततः सभी ने इस पर सहमति जताई और पोस्टमॉर्टम के बाद शव पत्नी को सौंप दिया गया।
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