Retired BSP Employee Robbed: छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले से बीएसपी (भिलाई स्टील प्लांट) के एक रिटायर्ड कर्मचारी के साथ 80 लाख रुपये की धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। हैरानी की बात यह है कि यह धोखाधड़ी किसी बाहरी व्यक्ति ने नहीं, बल्कि पीड़ित कर्मचारी की पत्नी और साले ने की है।
जब पीड़ित ने इस मामले की शिकायत सुपेला थाने में दर्ज कराने की कोशिश की, तो पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया। इसके बाद, उन्होंने न्यायालय का दरवाजा खटखटाया और कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में पूर्व मंत्री के करीबी समेत 13 लोगों के खिलाफ FIR: सरकारी भूमि के फर्जी दस्तावेज से लिया करोड़ों का लोन
रिटायरमेंट के बाद मिले थे 80 लाख रुपये
मामले के अनुसार, नटराज मुदलियार, जो भिलाई स्टील प्लांट से रिटायर हुए थे, को रिटायरमेंट के बाद 80 लाख रुपये मिले थे। उनकी पत्नी और साले ने उन्हें अलग-अलग निवेश योजनाओं में पैसे लगाने का झांसा दिया।
जब नटराज ने अपने पैसे की मांग की, तो दोनों ने पैसे लौटाने से मना कर दिया। इसके बाद, उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने पहले कोई कार्रवाई नहीं की। फिर कोर्ट के आदेश पर सुपेला पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज किया।
बैंक ऑफ इंडिया की सुपेला शाखा में जमा किया था पैसा
सीएसपी सत्यप्रकाश तिवारी ने जानकारी दी कि नटराज मुदलियार 31 अगस्त 2019 को बीएसपी से सिनियर टेक्निशन के पद से रिटायर हुए थे। रिटायरमेंट के बाद उन्हें मिले 80 लाख रुपये को नटराज ने बैंक ऑफ इंडिया की सुपेला शाखा में जमा कर दिया था।
नटराज और उनकी पत्नी का इस बैंक में ज्वाइंट खाता था। नटराज के अनुसार, उसकी पत्नी राजकुमारी और साला गोविंद स्वामी ने उसे पैसे अलग-अलग स्कीमों में निवेश करने का झांसा दिया।
नटराज ने अपनी पत्नी के हस्ताक्षर से साले को चेक दिए
नटराज ने अपनी पत्नी के हस्ताक्षर से साले को चेक दिए। फिर 9 सितंबर 2019 को नटराज ने जब अपने खाते से कुछ पैसे निकालने के लिए बैंक का रुख किया, तो उसे पता चला कि उसके खाते में कोई पैसा नहीं है।
यह भी पढ़ें: छत्तीसगढ़ में फिर टीकाकरण के बाद मासूम की मौत: परिजनों ने स्वास्थ्य विभाग पर लगाया लापरवाही का आरोप, पढ़ें पूरी खबर