Resign from BJP: रायपुर। छत्तीसगढ़ भाजपा के पूर्व सासंद और आदिवासी नेता नंदकुमार साय ने पार्टी से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को अपना इस्तीफा भेज दिया है। इसके साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर व्यथा जताई थी। बाद में खुद ट्वीट डिलीट किया हालाकिं अभी तक भाजपा की तरफ से इस्तीफे की पुष्टि नहीं की गई।
कौन हैं नंद कुमार साय, जानिए उनके बारे में
– बीजेपी के सीनियर आदिवासी लीडर
– गृह गांव भगोरा
– बचपन से खेती से जुड़े
– खुद खेतों में हल चलाते हैं
– पूर्वज गांव के पटेल (जमींदार) थे
– आज मालगुजारी वसूलते हैं
– गांव में चौपाल लगाते हैं
लेटर भी वायरल
ऐसा कहा जा रहा है कि उन्होंने अपने लंबी उपेक्षा और अनदेखी के बाद उन्होंने बीजेपी छोड़ने का मन बनाया है। भाजपा के वरिष्ठ आदिवासी नेता नंद कुमार साय ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। साय ने इस संबंध में राज्य के भाजपा अध्यक्ष अरुण साव को एक पत्र भी लिखा है। इस पत्र में भाजपा की प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा देने की बात कही है। साय ने पत्र में लिखा है कि उन्हें पार्टी ने जिन महत्वपूर्ण पदों की जिम्मेदारी सौंपी उसे उन्होंने पूरे समर्पण और कर्तव्यपरायणता के साथ निभाया है।
साय ने यह भी लिखा है कि पिछले कुछ वर्षों से भारतीय जनता पार्टी में उनकी छवि धूमिल करने के उद्देश्य से उनके विरुद्ध उनकी ही पार्टी के राजनीतिक प्रतिद्वंद्वियों द्वारा षड्यंत्र , मिथ्या आरोप और अन्य गतिविधियों द्वारा लगातार उनकी गरिमा को ठेस पहुंचाई जा रही है। इससे वे अत्यंत आहत महसूस कर रहे हैं। साय ने लिखा है कि बहुत गहराई से विचार करने के बाद वे भारतीय जनता पार्टी की अपनी प्राथमिक सदस्यता और सभी पदों से इस्तीफा दे रहे हैं।
नंदकुमार साय ने 40 साल से नमक नहीं खाया
बता दें कि साय ने एक प्रण के चलते करीब 40 साल से नमक नहीं खाया है। इसी तरह के प्रण के बाद अब बुधवार को एक बार फिर उन्होंने प्रतिज्ञा की है कि छत्तीसगढ़ में जब तक भूपेश सरकार नहीं हटती तब तक वे बाल नहीं कटवाएंगे। उनके द्वारा इस तरह के प्रण लेते ही सोशल मीडिया के साथ ही प्रदेश की राजनीति में उनके नाम की चर्चाएं फिर शुरू हो गई हैं।