नई दिल्ली। वैसे तो गूगल के प्ले स्टोर सबसे सुरक्षित प्लेटफॉर्म में से एक है। लेकिन इसके बाद भी कभी—कभी कुछ मैलवेयर गूगल की सिक्योरिटी को चकमा देकर डिवाइस में इंस्टॉल हो जाते हैं। यही मैलवेयर बैकिंग फ्रॉड की सबसे बड़ी वजह बनते हैं। इसके अलावा यह वायरल फोन में दर्ज हर तरह की पर्सनल जानकारी, पासवर्ड आदि भी चोरी कर लेते हैं। हाल ही में इसी तरह के एक ट्रोजन की पहचान हुई है, यह गूगल प्ले स्टोर पर मौजूद था। वहीं खतरनाक बात तो यह है कि इस ऐप को 10 हजार से भी ज्यादा बार डाउनलोड किया गया है। एक सिक्योरिटी फर्म ने बताया कि गूगल प्ले (Google Play) से रिमोट एक्सेस ट्रोजन को डाउनलोड किया गया है। जो यूजर्स के पासवर्ड, टेक्स्ट मैसेज और अन्य गोपनीय डेटा को चोरी कर लेता है।
जानते हैं टीबॉट के बारे में
टीबॉट (TeaBot) एक तरह का एंड्राइड मैलवेयर है, जो गूगल की ऑफिशियल ऐप मार्केट के जरिए दुनिया में फैल रहा है। हालांकि कंपनी को जैसे ही इस तरह की खतरनाक ऐप्स के बारे में जानकारी मिलती है, वैसे ही गूगल प्ले स्टोर उसे हटा देता है। लेकिन इस ऐप को पहचानना गूगल के लिए भी मुश्किल हो रहा है। सिक्योरिटी फर्म क्लीफ़ी (Cleafy) की माने तो टीबॉट एक बार फिर वापस आ चुका है। इस बार ये ट्रोजन क्यूआर कोड और बारकोड स्कैनर नामक एक मैलिशियस ऐप के जरिए फैल रहा है। अगर आपके फोन में ये ऐप मौजूद है, तो तुरंत इसे हटा दें। क्लीफी रिसर्चर ने Google को इस ऐप के बारे में सूचना दे दी है। हालांकि अब तक गूगल की ओर से फिलहाल इस बारे में कोई जवाब नहीं आया है।
बैंकिंग डेटा चोरी के लिए जिम्मेदार
पिछले साल मई 2021 में भी यह खतरनाक ट्रोजन मार्केट में आया था। लेकिन इस बार का नया टीबॉट ट्रोजन ज्यादा खतरनाक है। जिसमें अब होम बैंकिंग एप्लिकेशन, बीमा एप्लिकेशन, क्रिप्टो वॉलेट और क्रिप्टो एक्सचेंज शामिल हैं। इस ट्रोजन की पिछले साल मई में टीबोट और अनात्सा नाम से पहचान की गई थी। इसमें हैकर्स स्क्रीन को दूर से ही कंट्रोल कर सकते हैं। इसके जरिए एंड्रॉइड की एक्सेसिबिलिटी सर्विस का गलत इस्तेमाल करके डिवाइस को हैक किया जा सकता है।