हाइलाइट्स
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इंदौर में आतंकी हमले से आहत शहाबुद्दीन ने हिंदू धर्म अपनाया
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नाम बदलकर श्यामू रखा, दरगाह परिसर में कराई हनुमान चालीसा
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कहा- अब दरगाह परिसर में रामायण और सुंदरकांड का पाठ कराएंगे
Indore News: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले से दुखी मुस्लिम शख्स अपना धर्म परिवर्तन ही नहीं किया, बल्कि दरगाह परिसर में हनुमान चालीसा का पाठ कराया और भंडारा भी किया। यहां बता दें शहाबुद्दीन ने अपना नाम बदलकर श्यामू रख लिया है और कहा कि जिस दरगाह परिसर में वे कव्वाली का आयोजन कराते थे वहां अब केवल हनुमान चालीसा, रामायण और सुंदरकांड का पाठ होगा।

श्यामू कव्वाली से प्रेरित होकर बना था शहाबुद्दीन
श्यामू पहले हिंदू था, लेकिन कव्वाली की प्रेरणा से उसने इस्लाम अपना लिया था। जब उसे पता चला कि पहलगाम में आतंकियों ने धर्म पूछकर लोगों को मारा, तो उसने दरगाह में कव्वाली करना बंद कर दिया और सुंदरकांड और हनुमान चालीसा का पाठ शुरू किया। उसने प्रसाद वितरण भी किया।
श्रद्धांजलि दी
श्यामू और वहां के लोगों ने पहलगाम हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी। सभी ने दो मिनट का मौन रखकर देश के बहादुरों को याद किया।
श्यामू ने कहा- मैं खो गया था, अब यहां भंडारा-हनुमान चालीसा ही होगी
शहाबुद्दीन से श्याम लाल उर्फ श्यामू बने बुजुर्ग ने कहा कि पहलगाम हादसे से बहुत दुख हुआ। हमारे देश में ऐसा पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि मैं भटक गया था, कहीं और चला गया था। समाज के लोगों से बात करने और उनके समझाने के बाद मैं फिर से अपने हिंदू धर्म में लौट आया हूं। यहां अब हर साल भंडारा होता रहेगा। इसलिए हमने कव्वाली रोककर सुंदरकांड का पाठ रखा।
पूर्व पार्षद जीतू यादव ने कहा कि हम इनकी (‘श्यामू) घर वापसी के लिए काफी समय से प्रयास कर रहे थे। पहलगाम में जो कायराना हमला हुआ, उसकी पूरी जानकारी हमने उन्हें दी, जिसके बाद परिवार ने यह निर्णय लिया कि धर्म के नाम पर हत्या हो रही है, ऐसे धर्म में रहना ठीक नहीं।
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