Rabindranath Tagore Jayanti 2024: रवीन्द्रनाथ टैगोर बंगाल के एक प्रसिद्ध लेखक थे जो 1900 के दशक की शुरुआत में भारत में बहुत लोकप्रिय थे। उन्होंने 1913 में अपनी पुस्तक ‘गीतांजलि’ के लिए विशेष पुरस्कार जीता था।
अंग्रेजी में उनके विचारों को व्यक्त करने वाली उनकी खूबसूरत कविता के लिए उन्हें 1913 में साहित्य में नोबेल पुरस्कार दिया गया था।
कई महान विचारकों और कवियों ने अपने विचार और कविताएँ साझा की हैं, आज हम आपको रवीन्द्रनाथ टैगोर की कुछ अच्छी और प्रेरणात्मक कविताएं बताएंगे।
अचल धरा, अनंत आकाश,
सपनों की उड़ान, ज़मीन की आवाज़।
सुरमई सूरज, मीठी हवा,
रचना के इस सुंदर खेल का ज़रा सोचो अब हम।
हर दिन एक नई कहानी, हर पल एक नया सफ़र,
बंधनों को तोड़कर आगे बढ़ो, बस मानो तुम यार।
अपने सपनों को पूरा करो, अपनी मंज़िल को पाओ,
रवि की किरणें तुम्हारे सपनों को रोशनी देती हैं यार।
आसमान को छूने का ज़माना है,
अपने अंदर की चमक को जगाना है।
जीवन के हर रंग को चुनो,
रवि के बीते कश्मकश को भूलकर, नई धारा में बहना है।
सपनों की उड़ान, मन की स्वाधीनता,
रवि की किरणें, हर एक सपना सच करने का संदेश।
अब खुलें आंखें, नयी दिशाओं की ओर,
रवि की रोशनी में, खो जाओ खुद को तुम अब यार।
हर कोई मुंह मोड़के बैठे, हर कोई डर जाय!
तब भी तू दिल खोलके, अरे! जोश में आकर,
मनका गाना गूंज तू अकेला!
जब हर कोई वापस जाय।