हाइलाइट्स
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रतलाम के सैलाना में कृषि विस्तार अधिकारी अरेस्ट
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उज्जैन लोकायुक्त ने रिश्वत लेते पकड़ा
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मगनलाल मेडा 10 हजार रुपये रिश्वत लेते गिरफ्तार
Ratlam Krishi Vistar Adhikari Rishwat: रतलाम के सैलाना में कृषि विस्तार अधिकारी मगनलाल मेडा को उज्जैन लोकायुक्त की टीम ने रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया है। मगनलाल मेडा ने खाद-बीज केंद्र का लाइसेंस देने के लिए रिश्वत की मांग की थी। रिश्वत की दूसरी किस्त 10 हजार रुपये लेते हुए ऑफिस में अधिकारी को ट्रैप किया गया।
15 हजार रुपये पहले ले चुका था अधिकारी
कृषि विस्तार अधिकारी मगनलाल मेडा ने 30 हजार रुपये रिश्वत की मांग की थी। 25 हजार रुपये में सौदा तय हुआ। कृषि विस्तार अधिकारी 15 हजार रुपये पहले ही ले चुका था।
खाद-बीज और कीटनाशक केंद्र के लाइसेंस के बदले मांगी घूस
लोकायुक्त इंस्पेक्टर राजेंद्र वर्मा ने बताया कि सकरावदा गांव के विजय सिंह राठौर ने 26 अगस्त 2025 को उज्जैन लोकायुक्त कार्यालय में शिकायत की थी। उन्होंने कहा था कि मई में उन्होंने खाद-बीज और कीटनाशक केंद्र खोलने के लिए लोकसेवा केंद्र के जरिए आवेदन किया था। जुलाई में लाइसेंस स्वीकृत होने का मैसेज उनके फोन पर आ गया, लेकिन ऑरिजनल लाइसेंस कॉपी देने के लिए कृषि विस्तार अधिकारी मेडा ने 30 हजार रुपये की रिश्वत मांगी थी।
21 अगस्त को लिए थे 15 हजार रुपये
कृषि विस्तार अधिकारी मगनलाल मेडा ने 21 अगस्त को 15 हजार रुपये शिकायतकर्ता से ले लिए थे। इसके बाद अधिकारी बाकी के पैसों के लिए दबाव बना रहा था। लोकायुक्त की टीम ने प्लान बनाकर शिकायतकर्ता से आरोपी को फोन कराया। आरोपी ने खुद को मीटिंग में बताकर दोपहर के बाद मिलने के लिए कहा।
10 हजार पैंट की जेब में रखते ही पकड़ा
लोकायुक्त की टीम दोपहर करीब ढाई बजे सैलाना पहुंच गई थी और निगरानी कर रही थी। शिकायतकर्ता ने 10 हजार रुपये आरोपी अधिकारी को दिए और उसने पैसे जैसे ही पैंट की जेब में रखे, टीम ने उसे रंगे हाथ पकड़ लिया।
कार्रवाई में निरीक्षक राजेंद्र वर्मा के साथ हेड कॉन्स्टेबल कन्हैया, हितेश ललावत, कॉन्स्टेबल विशाल रेशमिया, नेहा मिश्रा और नीरज राठौर शामिल रहे।
सागर में 1 लाख की रिश्वत लेते सहायक समिति प्रबंधक रंगे हाथों गिरफ्तार, सहयोगी भी पकड़ाया
MP Sagar Bribery Case Lokayukt Raid: मध्यप्रदेश में रिश्वतखोर अधिकारियों और कर्मचारियों के खिलाफ लोकायुक्त की ताबड़तोड़ कार्रवाई जारी है। लोकायुक्त की सख्त कार्रवाई के बाद भी रिश्वत के मामले लगातार सामने आ रहे हैं जो ये साबित करते हैं कि सरकारी सिस्टम में भ्रष्टाचार किस हद तक फैला हुआ है। ताजा मामला सागर जिले से जुड़ा है, जहां सेवा सहकारी समिति के सहायक प्रबंधक और उसके साथी को लोकायुक्त टीम ने 1 लाख रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगेहाथ गिरफ्तार है। यह कार्रवाई ग्राम पंचायत पड़रई बुजुर्ग के सरपंच की शिकायत के बाद की गई। लोकायुक्त की इस कार्रवाई के बाद हड़कंप मच गया। पूरी खबर पढ़ने के लिए क्लिक करें…