हाइलाइट्स
- रतलाम में 70 मुस्लिम लोगों ने अपनाया हिंदू धर्म।
- स्वानी आनंद गिरी महाराज ने कराई घर वापसी।
- मोहसिन बने करण सिंह, गुरु पूर्णिमा पर ली दीक्षा।
Ratlam Muslim Converted To Hindu: मध्यप्रदेश में एक बार फिर मुस्लिम लोगों के हिंदू बनने का बड़ा मामला सामने आया है। गुरु पूर्णिमा के अवसर पर रतलाम के 70 लोगों ने मुस्लिम धर्म त्याग कर हिंदू धर्म अपनाया है। स्वामी आनंदगिरी महाराज के सान्निध्य में पूजापाठ के बाद सभी लोगों ने सनातन धर्म में वापसी की है। हिंदू बनने पर मोहसिन को करण सिंह नाम दिया गया।
इस्लाम छोड़ हिंदू बने 70 लोग
रतलाम में करीब 70 मुस्लिमों ने इस्लाम छोड़ दिया है। सभी लोगों ने स्वामी आनंदगिरी महाराज के सान्निध्य में हिंदू धर्म अपनाया है। यह कार्यक्रम सैलाना स्थित हनुमान मंदिर पर आयोजित किया गया। आनंदगिरी महाराज ने इसे ‘घर वापसी’ बताया और कहा कि यह एक सतत प्रक्रिया है।
शाह परिवार के 70 लोगों की घर वापसी
सैलाना के हनुमान मंदिर परिसर में आयोजित सामूहिक पूजा-पाठ के दौरान स्वामी आनंदगिरी महाराज ने लोगों को दीक्षा दी। सभी ने हिंदू सनातन धर्म को अपनाया। इन लोगों को नया नाम दिया गया। बताया जा रहा है कि मुस्लिम से हिंदू बने ये सभी लोग देवास, कोटा बूंदी और रतलाम के रहने वाले हैं, ये लोग शाह परिवार से आते हैं। ये लोग मूल रूप से जंगलों में जड़ी बूटी बीनने का काम करते हैं। ये माला, शंख और अंगूठी बेचते हैं।
मोहसिन बने करण सिंह, गुरु पूर्णिमा पर ली दीक्षा
शाह परिवार के एक सदस्य मोहसिन का नाम अब करण सिंह हो गया है। करण सिंह का कहना है कि गुरु पूर्णिमा पर महाराज की प्रेरणा से उन्होंने पहले पूजा-अर्चना और फिर दीक्षा लेकर सनातन धर्म में ‘घर वापसी’ की। हमने महाराज के प्रवचन सुने और उनसे प्रभावित होकर घर वापसी की है।
ये खबर भी पढ़ें… देशद्रोह के आरोपी शाहवान खान को HC से नहीं मिली जमानत, अदालत ने राहत देने से किया साफ इनकार
जारी रहेगा सनातन धर्म का प्रचार
स्वामी आनंदगिरी महाराज ने बताया कि अभी तो 70 लोग हैं, लेकिन आने वाले समय में यह संख्या 700 भी हो सकती है। उन्होंने कहा कि वह सनातन धर्म का प्रचार करेंगे और जो लोग इसकी शरण में आना चाहें, उनका स्वागत रहेगा। लोग अपनी मर्जी से सनातन धर्म अपना रहे हैं, और यह सिलसिला जारी रहेगा।
अंबा गांव में मुसलमान से हिंदू बने थे 18 लोग
कुछ साल पहले आनंदगिरी महाराज ने रतलाम जिले के अंबा गांव में लगभग 18 शाह मुस्लिम परिवार के सदस्यों को हिंदू सनातन धर्म में दीक्षा देकर घर वापसी कराई थी। परिवार के मुखिया मोहम्मद शाह राम सिंह बने थे। सभी ने मंदिर में महा शिवपुराण की पूर्णाहुति देकर स्वामी आनंदगिरी महाराज के सान्निध्य में सभी ने जनेऊ धारण किया था। इसके पहले सभी ने शपथ-पत्र तैयार किया था। इसमें उन्होंने बिना किसी दबाव के हिंद धर्म अपनाने की बात लिखी थी। इससे पहले इस परिवार के मुखिया ने स्वामी जी के पास जाकर धर्म बदलने की इच्छा जाहिर की थी।