Ratan Tata Death: टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन नवल टाटा का 86 वर्ष की आयु में निधन हो गया। उन्होंने बुधवार रात करीब 11 बजे अंतिम सांस ली। वे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल की इंटेसिव केयर यूनिट में भर्ती थे और उम्र से जुड़ी बीमारियों से ग्रसित थे। रतन टाटा का अंतिम संस्कार वर्ली श्मशान घाट में होगा। उनका पार्थिव शरीर शाम 4 बजे तक साउथ मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स के हॉल में अंतिम दर्शन के लिए रखा गया है।
1:29 PM
रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक ईशा अंबानी और पीरामल समूह के कार्यकारी निदेशक आनंद पीरामल ने रतन टाटा को अंतिम श्रद्धांजलि दी।
#WATCH मुंबई: रिलायंस रिटेल वेंचर्स लिमिटेड की कार्यकारी निदेशक ईशा अंबानी और पीरामल समूह के कार्यकारी निदेशक आनंद पीरामल ने रतन टाटा को अंतिम श्रद्धांजलि दी। pic.twitter.com/V7ih2bXbjh
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1:25 PM
आज पूरे देश के लिए बहुत दुखद दिन: सिंधिया
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, “आज पूरे देश के लिए बहुत दुखद दिन है, रतन टाटा जी हमारे बीच नहीं रहे। उनका जीवन हर युवा, हर भारतीय के लिए प्रेरणा है, उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति, उनकी जोखिम उठाने की क्षमता, उनका अटूट
#WATCH ग्वालियर: दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा के निधन पर केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा, "आज पूरे देश के लिए बहुत दुखद दिन है, रतन टाटा जी हमारे बीच नहीं रहे। उनका जीवन हर युवा, हर भारतीय के लिए प्रेरणा है, उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति, उनकी जोखिम उठाने की क्षमता, उनका अटूट… pic.twitter.com/2QfVcIrezA
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01:16 PM
टाटा की गर्मजोशी, उदारता और दयालुता हमेशा याद रहेंगी: आडवाणी
बीजेपी के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने रतन टाटा के निधन पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि उनकी रतन टाटा से आखिरी बातचीत इसी साल फरवरी में हुई थी, जब टाटा ने उन्हें भारत रत्न मिलने पर बधाई दी थी। आडवाणी ने कहा कि रतन टाटा की गर्मजोशी, उदारता और दयालुता हमेशा याद रहेंगी।
12:56 PM
रतन टाटा के अंतिम संस्कार की ऐसी होगी प्रक्रिया
रतन टाटा के पार्थिव शरीर को वर्ली स्थित पारसी श्मशान भूमि पर लाया जाएगा। सबसे पहले, उनका शव प्रेयर हॉल में रखा जाएगा, जहां लगभग 200 लोग उपस्थित हो सकते हैं। प्रार्थना करीब 45 मिनट तक चलेगी, और हॉल में पारसी रीति से ‘गेह-सारनू’ का पाठ किया जाएगा।
रतन टाटा के शव पर एक कपड़े का टुकड़ा रखा जाएगा, और इसके बाद ‘अहनावेति’ का पहला अध्याय पढ़ा जाएगा, जो शांति प्रार्थना की एक प्रक्रिया है। प्रेयर प्रक्रिया पूरी होने के बाद, पार्थिव शरीर को इलेक्ट्रिक अग्निदाह में रखा जाएगा, जिससे अंतिम संस्कार की प्रक्रिया संपन्न होगी।
12:38 PM
रतन टाटा का नाम भारत रत्न के लिये प्रस्तावित
टाटा संस के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन के बाद, उनका नाम भारत रत्न सम्मान के लिए प्रस्तावित किया गया है। यह निर्णय महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार ने गुरुवार को लिया। दरअसल, महाराष्ट्र कैबिनेट की बैठक में चर्चा की गई कि दिग्गज कारोबारी रतन टाटा का नाम इस प्रतिष्ठित पुरस्कार के लिए आगे बढ़ाया जाना चाहिए, और इसके बाद यह प्रस्ताव भी पेश किया गया। बैठक के दौरान रतन टाटा की स्मृति में शोक प्रस्ताव भी पारित किया गया।
आज एक बैठक में महाराष्ट्र कैबिनेट ने उद्योगपति रतन टाटा का नाम भारत रत्न पुरस्कार के लिए प्रस्तावित करने का फैसला किया है। महाराष्ट्र कैबिनेट ने आज एक शोक प्रस्ताव भी पारित किया। pic.twitter.com/pSkabOPQ6q
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11:00 AM
अमेरिकी राजदूत एरिक गार्सेटी ने रतन टाटा ने निधन पर जताया शोक
10:30 AM
रतन टाटा का पार्थिव शरीर अंतिम दर्शन के लिए NCPA परिसर लाया गया
उद्योगपति हर्ष गोयनका ने दी निधन की खबर
इस दुखद समाचार की सूचना पहले उद्योगपति हर्ष गोयनका ने दी। उन्होंने रात 11:24 बजे सोशल मीडिया पर लिखा, “घड़ी की टिक-टिक बंद हो गई। टाइटन नहीं रहे।” उन्होंने रतन टाटा को ईमानदारी, नैतिक नेतृत्व और परोपकार का प्रतीक बताया।
— Tata Group (@TataCompanies) October 9, 2024
सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक अंतिम दर्शन
रात लगभग 2 बजे उनका पार्थिव शरीर अस्पताल से उनके निवास स्थान पर ले जाया गया। रतन टाटा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया जाएगा। उनका पार्थिव शरीर गुरुवार सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक साउथ मुंबई के नेशनल सेंटर फॉर परफॉर्मिंग आर्ट्स के हॉल में रखा जाएगा, जहां लोग अंतिम दर्शन कर सकेंगे। रतन टाटा का अंतिम संस्कार वर्ली श्मशान घाट में होगा, साइरस मिस्त्री को भी यहीं अंतिम विदाई दी गई थी।
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रतन टाटा, जिन्हें पद्म विभूषण और पद्म भूषण जैसे सम्मान प्राप्त थे, 17 अक्टूबर को ICU में भर्ती होने की खबरों का खंडन करते हुए बोले थे कि वे स्वस्थ हैं और सिर्फ रूटीन चेकअप के लिए अस्पताल गए हैं।
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झारखंड में एक दिन का शोक
रतन टाटा के निधन के बाद झारखंड और महाराष्ट्र में एक दिन का राजकीय शोक घोषित किया गया है। रतन टाटा आखिरी बार 2 मार्च 2021 को झारखंड आए थे, जहां उन्होंने जमशेदपुर में नवल टाटा हॉकी अकादमी के भवन और IIT सेंटर का उद्घाटन किया था।
झारखंड जैसे देश के पिछड़े राज्य को विश्व में पहचान दिलाने वाले टाटा समूह के पूर्व चेयरमैन एवं पद्मविभूषण श्री रतन टाटा जी के देहावसान पर एक दिवसीय राज्यकीय शोक की घोषणा की जाती है। pic.twitter.com/HS5CzpH4mn
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) October 9, 2024
रतन टाटा के निधन के बाद किसने क्या कहा?
राष्ट्रपति मुर्मू ने कहा कि भारत ने एक ऐसे आइकॉन को खो दिया है, जिन्होंने कॉरपोरेट विकास, राष्ट्र निर्माण और नैतिकता का उत्कृष्ट संयोजन प्रस्तुत किया। रतन टाटा, जिन्हें पद्म विभूषण और पद्म भूषण से सम्मानित किया गया, ने टाटा समूह की विरासत को आगे बढ़ाया।
In the sad demise of Shri Ratan Tata, India has lost an icon who blended corporate growth with nation building, and excellence with ethics. A recipient of Padma Vibhushan and Padma Bhushan, he took forward the great Tata legacy and gave it a more impressive global presence. He…
— President of India (@rashtrapatibhvn) October 9, 2024
पीएम मोदी ने शोक व्यक्त किया
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने टाटा के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने X पर लिखा, ‘श्री रतन टाटा जी एक दूरदर्शी बिजनेस लीडर, दयालु आत्मा और एक असाधारण इंसान थे। उन्होंने भारत के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित व्यापारिक घरानों में से एक को स्थिर नेतृत्व प्रदान किया। साथ ही, उनका योगदान बोर्डरूम से कहीं आगे तक गया। अपनी विनम्रता, दयालुता और हमारे समाज को बेहतर बनाने के प्रति अटूट प्रतिबद्धता के कारण उन्होंने कई लोगों का प्रिय बना लिया।
Shri Ratan Tata Ji was a visionary business leader, a compassionate soul and an extraordinary human being. He provided stable leadership to one of India’s oldest and most prestigious business houses. At the same time, his contribution went far beyond the boardroom. He endeared… pic.twitter.com/p5NPcpBbBD
— Narendra Modi (@narendramodi) October 9, 2024
रतन टाटा एक दूरदृष्टि वाले व्यक्ति थे: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने कहा कि रतन टाटा एक दूरदृष्टि वाले व्यक्ति थे, जिन्होंने व्यापार और परोपकार दोनों पर गहरी छाप छोड़ी। उन्होंने टाटा परिवार और समुदाय के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं।
Ratan Tata was a man with a vision. He has left a lasting mark on both business and philanthropy.
My condolences to his family and the Tata community.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 9, 2024
मुकेश अंबानी से लेकर सुंदर पिचाई तक ने जताया शोक
मुकेश अंबानी ने इसे भारत के लिए एक दुखद दिन बताया, यह कहते हुए कि रतन टाटा का जाना ना केवल टाटा समूह, बल्कि हर भारतीय के लिए एक बड़ा नुकसान है। व्यक्तिगत रूप से, उन्होंने कहा कि उन्होंने अपना दोस्त खो दिया है।
भारत ने एक महान और दूरदर्शी व्यक्ति को खोया: अडाणी
गौतम अडाणी ने कहा कि भारत ने एक महान और दूरदर्शी व्यक्ति को खो दिया है, जो आधुनिक भारत के मार्ग को फिर से परिभाषित करने में सक्षम थे। रतन टाटा केवल एक व्यवसायिक नेता नहीं थे, बल्कि उन्होंने करुणा के साथ भारत की भावना को भी मूर्त रूप दिया। वहीं आनंद महिंद्रा ने कहा कि वे रतन टाटा की अनुपस्थिति को स्वीकार नहीं कर पा रहे हैं, और कहा कि महापुरुष कभी नहीं मरते।
रतन टाटा के विजन को सुनना प्रेरणादायक था: पिचाई
सुंदर पिचाई ने कहा कि रतन टाटा से पिछली मुलाकात में उनके विजन को सुनना उनके लिए प्रेरणादायक था। उन्होंने बताया कि रतन टाटा ने भारत में आधुनिक व्यवसायिक नेतृत्व को विकसित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
My last meeting with Ratan Tata at Google, we talked about the progress of Waymo and his vision was inspiring to hear. He leaves an extraordinary business and philanthropic legacy and was instrumental in mentoring and developing the modern business leadership in India. He deeply…
— Sundar Pichai (@sundarpichai) October 9, 2024
1991 से 2012 तक रहे ग्रुप चेयरमैन
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। वे टाटा ग्रुप (Tata Group) के संस्थापक जमशेदजी टाटा के परपोते थे। उन्होंने 1991 से 2012 तक ग्रुप के चेयरमैन के रूप में कार्य किया और अक्टूबर 2016 से फरवरी 2017 तक अंतरिम चेयरमैन रहे। रतन टाटा टाटा ग्रुप के चैरिटेबल ट्रस्ट्स के प्रमुख भी थे।
बिजनेस संभालते ही की थी कई कंपनियों की स्थापना
रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ था। उनकी शिक्षा मुंबई और अमेरिका के आर्स्टिन विश्वविद्यालय में हुई। 1962 में टाटा ग्रुप में शामिल होने के बाद उन्होंने विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर कार्य किया और 1991 में टाटा ग्रुप के चेयरमैन बने इसके बाद उन्होंने टाटा नैनो, टाटा मोटर्स (Tata Motors) और टाटा स्टील (Tata Steel) जैसी नई कंपनियों की स्थापना की।
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