शमशाबाद । विदिशा के शमशाबाद में विभिन्न समस्याओं को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ ने हुंकार रैली निकाली। रैली में सैकड़ों की संख्या में किसान शामिल हुए। किसानों ने अपनी 10 सूत्रीय मांगों को लेकर तहसीलदार को ज्ञापन सौंपा और कहा कि अगर हमारी मांगे पूरी नहीं हुई तो हमारे द्वारा उग्र आदोंलन किया जाएगा। किसानों ने अपनी मांगों के लिए प्रशासन को दस दिनों का समय दिया है।
जैसे-जैसे विधानसभा चुनाव नजदीक आते जा रहे हैं, वैसे-वैसे विभिन्न संगठन अपनी मांगों को लेकर सक्रिय नजर आ रहे हैं। अब विदिशा में किसान मजदूर संघ ने किसानों की समस्याओं को लेकर आंदोलन किया।
राहुल राज ने कहा
शनिवार को राष्ट्रीय किसान मजदूर महासंघ के राष्ट्रीय संगठन मंत्री राहुल राज के नेतृत्व में महानीम चौराहे से शमशाबाद तक किसान हुंकार रैली निकाली गई, जिसमें बड़ी संख्या में क्षेत्र के किसान शामिल हुए। रैली नगर के पुराने बस स्टैंड पर रैली सभा मे परिवर्तित हुई।
किसान नेता राहुल राज ने किसानों को संबोधित करते हुए भाजपा औऱ कांग्रेस दोनों पार्टियों पर सवाल उठाए और कहा कि चुनाव आ रहे हैं, नेता आपके गावों में आएंगे उनसे ये पूछना की आप लोगों ने हमारे गांव के लिए क्या किया हैं।
किसान संघ की 10 सूत्रीय मांगें इस प्रकार हैं
1#
फसल बीमा से वंचित किसानों के खातों में अविलंब राशि डाली जाए।
2#
नुकसान के विपरीत कम बीमा प्राप्त करने वाले प्रकरणों को पुनः निरीक्षण कर नुकसान की भरपाई की जाए।
3#
नहरों से वंचित ग्रामों में परिपक्व सर्वे के आधार पर नहरों को लाया जाए।
4#
क्षतिग्रस्त नहरों का नवीनीकरण करते हुए शेष छूटे हुए ग्रामों को उन में जोड़ा जाए।
5#
मुख्यमंत्री डीपी अनुदान योजना पुनः शुरू की जाए।
6#
खेत सड़क योजना का क्रियान्वयन सही ढंग से करते हुए किसानों को उसका लाभ दिया जाए।
7#
ग्रामों में क्षतिग्रस्त पुल, पुलिया एवं सड़कों का निर्माण यथाशीघ्र कराते हुए लापरवाही बरतने वाले ठेकेदारों पर न्यायोचित कार्यवाही की जाए।
8#
ग्रामीण अंचल की तमाम शालाओं एवं महाविद्यालयों के बाहर यात्री प्रतीक्षालयों का निर्माण किया जाए।
9#
शमशाबाद तहसील मुख्यालय पर निर्मित शासकीय अस्पताल में प्रसूति गृह की व्यवस्थाओं को दुरुस्त करते हुए सेवाओं को सुचारू रूप से चलाया जाए।
10#
राहत राशि एवं मुआबजा वितरण में राजस्व पुस्तक पत्रिका की धारा 6/4 एवं फसल बीमा वितरण में हल्का पटवारी की जगह खेत को ही इकाई माना जाए।