रांची। Ranchi-Lohardaga-Tori Passenger Train रांची रेल मंडल में रांची-लोहरदगा-टोरी यात्री ट्रेन के परिचालन की कमान शुक्रवार को पूरी तरह महिला चालकदल ने संभाली। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर यह कदम उठाया गया। जैसे ही महिला गार्ड ने पीछे से हरी झंडी दिखायी ट्रेन की महिला चालक ने हॉर्न बजाते हुए ट्रेन गंतव्य की तरफ बढ़ा दी।
अवकाश के चलते नहीं हो पाया
रेलवे अधिकारियों ने कहा कि आठ मार्च को होली के अवकाश के चलते अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर महिला चालक दल द्वारा इस ट्रेन का संचालन नहीं किए जाने का फैसला लिया गया और इसके लिए शुक्रवार का दिन तय किया गया। दक्षिण पूर्व रेलवे के रांची मंडल द्वारा संचालित इस ट्रेन में शुक्रवार को ट्रेन में लोको पायलट (इंजन चालक), सहायक लोको पायलट, गार्ड, टीटीई, आरपीएफ कर्मी सभी महिलाएं थीं। रांची रेल मंडल के वरिष्ठ वाणिज्य प्रबंधक एवं मुख्य जन संपर्क अधिकारी निशांत कुमार ने ‘पीटीआई भाषा’ को बताया, “यह अवसर महिलाओं को समर्पित था। एक महिला अधिकारी ने ट्रेन को हरी झंडी दिखाई और पूरी तरह महिला चालक दल द्वारा इसका संचालन किया गया।”
हर महत्वपूर्ण विभाग में आज महिलाएं
इस खास ट्रेन को आज वरिष्ठ मंडलीय परिचालन प्रबंधक (योजना) श्रेया सिंह ने सुबह करीब आठ बजकर 55 मिनट पर हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। सिंह ने कहा, “महिलाओं द्वारा एक दिन के लिए किया गया यह परिचालन तो महज एक मिसाल है। महिलाएं पूरी ट्रेन संचालन का प्रबंधन कर सकती हैं। महिलाएं आगे बढ़कर देश का नेतृत्व कर सकती हैं।”करीब दो घंटे 35 मिनट की यात्रा के दौरान ट्रेन सैकड़ों यात्रियों को लेकर रांची से टोरी की 110 किलोमीटर तक जाएगी और फिर पुन: रांची लौटेगी। लोको पायलट दिपाली अमृत ने कहा, “यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। हम यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए परिचालन को अंजाम दे रहे हैं। रेलवे के हर महत्वपूर्ण विभाग में आज महिलाएं हैं।