काठमांडू। नेपाल में आठ दलों के गठबंधन द्वारा देश के अगले उपराष्ट्रपति के लिए मधेसी समुदाय से संबंध रखने वाले नेता रामसहाय यादव को समर्थन देने का फैसला किए जाने के बाद इस पद पर यादव का आसीन होना लगभग तय है। इस पद के लिए 17 मार्च को चुनाव होगा।
चुनावी मैदान में है ये उम्मीदवार
यादव (52) के अलावा नेपाल की सीपीएन-यूएमएल की ए. लक्ष्मी शाक्य और जनमत पार्टी की ममता झा चुनावी मैदान में हैं। जनता समाजवादी पार्टी की ओर से उपराष्ट्रपति पद की उम्मीदवार प्रमिला कुमारी यादव ने सोमवार को अपना नामांकन वापस ले लिया। सत्तारूढ़ सीपीएन-माओइस्ट सेंटर के सचिव गणेश शाह ने कहा कि हालांकि झा भी आठ दलों के सत्तारूढ़ गठबंधन से संबंधित हैं, लेकिन गठबंधन ने रामसहाय के पक्ष में मतदान करने का फैसला किया है। झा और यादव दोनों मधेसी समुदाय से हैं और दोनों आठ दलों के गठबंधन का हिस्सा हैं।
भारतीय मूल के है समुदाय के लोग
नेपाल के दक्षिणी तराई क्षेत्र में मधेसी समुदाय में ज्यादातर भारतीय मूल के लोग हैं। राष्ट्रपति की तरह ही उपराष्ट्रपति का चुनाव संघीय संसद (प्रतिनिधि सभा और नेशनल असेंबली) तथा प्रांतीय विधानसभा के सदस्यों का एक निर्वाचक मंडल करता है। उपराष्ट्रपति चुनाव के लिए मतदाताओं की कुल संख्या 882 है, जिसमें संसद के 332 सदस्य और सात प्रांतों की विधानसभाओं के 550 सदस्य शामिल हैं।