नई दिल्ली। अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में वाल्मीकि रामायण को चित्रों के माध्यम से सहेजा जा रहा है। वाल्मीकि रामायण के छह काण्ड (बाल से लेकर लंका काण्ड) के प्रमुख 98 श्लोकों को भित्तिचित्रों के माध्यम से निचले राम चबूतरे पर उकेरा जा रहा है।
राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा जनवरी में करने के लिए अगले 120 दिन में इसके प्रथम चरण के तहत महत्वपूर्ण कार्यों को पूरा करने पर तेजी से काम जारी है। श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के एक सदस्य ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, ‘‘ श्री राम जन्मभूमि मंदिर के प्रथम तल का निर्माण कार्य जोरशोर से जारी है।
दीवाली तक पहले चरण का काम पूरा करने की कोशिश
प्रथम चरण के महत्वपूर्ण कार्यों को नवंबर तक पूरा करने का काम जारी है और कोशिश होगी कि यह दीपावली तक हो जाए, तो बेहतर रहेगा।’’ उन्होंने बताया कि राम मंदिर में स्तंभों, पीठिका तथा अन्य स्थानों पर आध्यात्मिक पौराणिक ग्रंथों में वर्णित कथाओं के आधार पर मूर्तियों का निर्माण किया जा रहा है।
वाल्मीकि रामायण में हैं कुल 24,000 श्लोक
उन्होंने बताया कि प्रथम चरण के महत्वपूर्ण निर्माण कार्यों में गर्भगृह, पांच मंडप, भूतल, निचला चबूतरा एवं पूर्वी प्रवेश द्वार शामिल हैं। उन्होंने बताया कि निचले चबूतरे पर ‘रामकथा’ उकेरी जा रही है, जिसमें वाल्मीकि रामायण के 98 प्रमुख श्लोकों के आधार पर 98 भित्तिचित्र शामिल हैं।वाल्मीकि रामायण में कुल 24000 श्लोक हैं।
वाल्मीकि रामायण में हैं कुल 24,000 श्लोक