MP News: मंगलवार को इंदौर की छात्रा रक्षिता पाटीदार ने आत्मदाह कर लिया था। रक्षिता महाराष्ट्र के पुणे में एक TCS (टाटा कंसल्टैंसी सर्विसेज) कंपनी में नौकरी करती थीं। मृतका के परिजनों का कहना है कि वह नौकरी की वजह से पुणे में ही शिफ्ट हो गई थी। परिवार वालों का कहना है कि रक्षिता 19 अगस्त की राखी और 20 अगस्त को अपने जन्मदिन के लिए पुणे से इंदौर आ रही थी।
मगर वह रास्ते में धुले में उतरी थी। उसने वहां उतरकर पहले पेट्रोल खरीदा और फिर खुद को आग लगाकर जान दे दी। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने पोस्टमार्टम करवाने के बाद शव परिवार को सौंप जिया था। बुधवार को रक्षिता पाटीदार का अंतिम संस्कार इंदौर के मानपुर में किया गया था।
कॉलेज के बाद मिली थी प्लेसमेंट
मृतका के परिजनों का कहना है कि दो साल पहले रक्षिता ने इंदौर के IET कॉलेज से पढ़ाई पूरी की थी, इसके बाद उसे प्लेसमेंट मिल गई। सबकुछ काफी अच्छा चल रहा था। मंगलवार को पुणे से बस में बैठने से उसने अपनी मां को फोन किया था और कहा कि वह निकल चुकी है। शाम तक घर पहुंच जाएगी।
वहीं, रक्षिता के पिता महेश पाटीदार इंदौर की अन्नपूर्णा रोड़ पर पतंजलि की आयुर्वेदिक की दुकान चलाते हैं। परिवार का कहना है कि रक्षिता की शादी का रिश्ता नहीं हुआ था। ना ही हम उसपर शादी की किसी तरह से दवाब डाल रहे थे। परिवार को आशंका है कि पुणे में ही उसके साथ किसी तरह की कोई घटना घटी होगी। उसे किसी तरह की बीमारी नहीं थी। वहीं, रक्षिता की एक छोटी बहन है जो दिल्ली में पढ़ाई कर रही है।
पेट्रोल लेकर लगाई आग
पुलिस ने जानकारी दी कि रक्षिता बस से नाके पर उतरी थी। उसने किसी से लिफ्ट ली और करीब 800 मीटर दूर शहर के बाहर कुछ दुकानों पर पहुंची। एक बाइक सवार ने कहा कि उसे पेट्रोल चाहिए था।
युवक ने सोचा कि शायद उसकी गाड़ी खराब हो गई है, इसलिए बोतल में पेट्रोल लाकर दे दिया। पेट्रोल लेकर वह हाईवे किनारे पहुंची और खुद को आग लगा ली। दुकानदार दौड़े, लेकिन वह लपटों में घिर चुकी थी।
ये भी पढ़ें- MP Tawa Dam Ramsar Site: मध्यप्रदेश के तवा डैम को मिला रामसर साइट का टैग, सीएम मोहन ने दी बधाई, जानें इसके फायदे