राजौरी/जम्मू। जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के डांगरी गांव में सोमवार को हुए विस्फोट में चोट लगने से एक बच्चे की मौत हो गई है, पांच लोग घायल हुए हैं और एक की हालत गंभीर है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
जानें पूरी घटना
यह घटना इलाके में तीन घरों पर संदिग्ध आतंकवादियों की गोलीबारी में चार नागरिकों की मौत और छह अन्य के घायल होने के एक दिन बाद हुई है।सूत्रों ने बताया कि धमाका डांगरी गांव में हुआ, जहां रविवार की शाम कुछ घरों पर गोलीबारी हुई थी।उन्होंने बताया कि घटना में चार लोग घायल हो गए और उन्हें अस्पताल ले जाया जा रहा है।
एडीजीपी ने दी जानकारी
घटना को लेकर एडीजीपी मुकेश सिंह, जम्मू-कश्मीर ने बताया कि, राजौरी के डांगरी गांव में कल हुई फायरिंग की घटना में पीड़ित के घर के पास धमाका हुआ। चोट लगने से एक बच्चे की मौत हो गई है, पांच लोग घायल हुए हैं और एक की हालत गंभीर है। एक और संदिग्ध IED देखा गया जिसे हटाया जा रहा है।
तलाशी अभियान किया तेज
सुरक्षा बलों ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले में एक विशेष समुदाय के लोगों पर हमले में शामिल दो संदिग्ध आतंकवादियों का पता लगाने के लिए अतिरिक्त कर्मियों के साथ घेराबंदी और तलाशी अभियान तेज कर दिया।अधिकारियों के मुताबिक रविवार शाम अपर डांगरी गांव में संदिग्ध आतंकवादियों द्वारा तीन घरों पर की गई गोलीबारी में चार नागरिकों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए।एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया, “घेराबंदी और तलाशी अभियान तेज कर दिया गया है। इसे आज सुबह फिर से शुरू किया गया और अतिरिक्त जवानों को शामिल किया गया है।”राजौरी कस्बे में हमले में मारे गए लोगों के शवों के साथ लोग डांगरी चौक पर इकट्ठा हो गए और सड़कों को जाम कर दिया। अधिकारियों ने कहा कि वे लोग जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से विरोध स्थल पर आने की मांग कर रहे हैं।
10 मिनट के भीतर बंद हुई गोलीबारी
संदिग्ध आतंकवादियों की तलाश के बारे में अधिकारी ने कहा कि सेना, पुलिस, विशेष अभियान समूह और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के जवान घेराबंदी और तलाशी अभियान में शामिल हैं। उन्होंने कहा कि ड्रोन और खोजी कुत्ते भी तैनात किए गए हैं।राजौरी में हमले के मद्देनजर सुरक्षा बढ़ा दी गई है, जहां हत्याओं के विरोध में शहर में पूरी तरह से बंद है।रविवार को हुए हमले के संदर्भ में प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से अधिकारियों ने बताया कि शाम करीब सात बजे दो संदिग्ध आतंकवादी गांव के पास देखे गए और एक मंदिर के पास तीन मकानों पर अंधाधुंध गोलियां चलाने के बाद वे भाग गए।एक अधिकारी ने बताया, ‘‘गोलीबारी 10 मिनट के भीतर बंद हो गई। पहले उन्होंने अपर डांगरी में एक मकान पर गोलियां चलाई और फिर करीब 25 मीटर दूर हटने के बाद वहां (दूसरे मकान पर) कई अन्य लोगों को गोलियां मारीं। उन्होंने गांव से भागने से पहले दूसरे मकान से करीब 25 मीटर की दूरी पर स्थित और एक मकान पर गोलियां चलायीं।’’
जाने अपडेट
प्रत्यक्षदर्शियों ने कहा कि नागरिकों की पहचान की पुष्टि करने के बाद उन्होंने भारी गोलीबारी की।घायलों में से दो को विशेष उपचार के लिए बीती रात राजौरी से हवाई मार्ग से जम्मू के जीएमसी अस्पताल ले जाया गया। अधिकारियों ने कहा कि उनका ऑपरेशन किया गया है और उनकी स्थिति पर नजर रखी जा रही है।जम्मू क्षेत्र के अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह ने जम्मू संभागीय आयुक्त रमेश कुमार के साथ जीएमसी अस्पताल का दौरा किया। सिंह ने कहा कि पुलिस, सेना और सीआरपीएफ के जवानों के साथ, अपर डांगरी गांव में हमले के लिये जिम्मेदार दो “हथियारबंद लोगों” को पकड़ने के लिए, बड़े पैमाने पर तलाशी अभियान शुरू किया गया है।