जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने मंत्रिपरिषद के पुनर्गठन के बाद सोमवार को मंत्रियों को विभागों का आवंटन किया तथा गृह एवं वित्त विभाग को अपने पास ही रखा है। मुख्यमंत्री कार्यालय द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार गहलोत ने वित्त, गृह, सूचना एवं जनसम्पर्क, स्टेट इंवेस्टिगेशन ब्यूरो, कैबिनेट सचिवालय, सामान्य प्रशासन, कर विभाग अपने पास रखे हैं। अब डा बी डी कल्ला को ऊर्जा, जलदाय विभाग की जगह शिक्षा (प्राथमिक और माध्यमिक), संस्कृत शिक्षा, कला साहित्य, संस्कृति और पुरातत्व विभाग सौंपे गये हैं।
इससे पूर्व शिक्षा विभाग कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा के पास था। शांति धारीवाल के पास स्थानीय निकाय, शहरी विकास, आवासन, कानून, और संसदीय कार्य मंत्रालय बना रहेगा। प्रतापसिंह खाचरियावास को खाद्य और नागरिक आपूर्ति विभाग दिया गया है जबकि लालचंद कटारिया के पास कृषि और प्रमोद जैन भाया के पास खान और पेट्रोलियम विभाग बना रहेगा। परसादी लाल मीणा को चिकित्सा एंव स्वास्थ्य मंत्रालय, लालचंद कटारिया को कृषि, पशुपालन और मत्यस्य विभाग दिया गया है। इससे पूर्व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग मंत्रालय डा रघु शर्मा के पास था जिन्हें गुजरात कांग्रेस का प्रभारी बनाया गया है।
नये मंत्रियों में शामिल हेमाराम चौधरी को वन, महेश जोशी को जलदाय और भूजल, रामलाल जाट को राजस्व, रमेशी मीणा को पंचायती राज और ग्रामीण विकास विभाग, विश्वेन्द्र सिंह को पर्यटन और नागरिक उड्डयन, गोविंद राम मेघवाल को आपदा प्रबंधन और राहत विभाग दिया गया है। राज्यमंत्रियों से कैबिनेट मंत्रिपद पर पदोन्नत होने वाले तीन मंत्रियों- ममता भूपेश को महिला और बाल विकास, भजल लाल को सार्वजनिक निर्माण विभाग, टीकाराम जूली को सामाजिक न्यास एवं अधिकारिता विभाग दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि राज्य में गहलोत मंत्रिमंडल में बहुप्रतीक्षित फेरबदल के तहत रविवार को सत्तारूढ़ कांग्रेस के 15 विधायकों ने मंत्री पद की शपथ ली। राजभवन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने 11 विधायकों को कैबिनेट एवं चार विधायकों को राज्य मंत्री के रूप में पद एवं गोपनीयता की शपथ दिलाई ।