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Raipur-Bilaspur Student Suicide
हाइलाइट्स
- रायपुर में छात्रा ने की आत्महत्या
- बिलासपुर GGU छात्र का शव बरामद
- छात्र सुरक्षा पर उठे गंभीर सवाल
Raipur-Bilaspur Student Suicide : राजधानी रायपुर से एक दर्दनाक खबर सामने आई है। साइंस कॉलेज में MSc की छात्रा ने सुंदरनगर स्थित किराए के मकान में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतका की पहचान 25 वर्षीय प्रज्ञा शर्मा के रूप में हुई है, जो मूलतः बेमेतरा की रहने वाली थी। घटना की जानकारी मिलने पर पुलिस ने मर्ग कायम किया और जांच शुरू की।
सुंदरनगर में मिला शव
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पुलिस के अनुसार, छात्रा की सहेली जब 17 अक्टूबर को उससे मिलने सुंदरनगर के रामजी कुंज स्थित किराए के कमरे पर पहुंची, तो दरवाजा अंदर से बंद नहीं था। जब उसने कमरे में प्रवेश किया तो सीलिंग फैन से प्रज्ञा शर्मा का शव फांसी पर लटका मिला। पुलिस ने घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी बरामद किया है।
सुसाइड नोट में नहीं बताया कोई जिम्मेदार
सुसाइड नोट में छात्रा ने स्पष्ट लिखा है कि उसकी मौत के लिए कोई जिम्मेदार नहीं है। नोट में उसने यह भी लिखा कि उसे पिता का प्यार नहीं मिला। पुलिस के अनुसार, प्रज्ञा के माता-पिता के बीच अलगाव हो चुका है। मां महासमुंद में शासकीय नौकरी में पदस्थ हैं, जबकि पिता बीमार चल रहे हैं। फिलहाल, पुलिस ने मामले की विवेचना शुरू कर दी है और परिजनों से विस्तृत बयान दर्ज किए जा रहे हैं।
GGU छात्र की मौत पर भी उठे सवाल
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Raipur-Bilaspur Student Suicide[/caption]
इस बीच, बिलासपुर के गुरु घासीदास विश्वविद्यालय (GGU) से भी एक सनसनीखेज मामला सामने आया है। यहां 21 अक्टूबर से लापता छात्र अर्सलान अंसारी का शव विश्वविद्यालय परिसर स्थित तालाब से बरामद हुआ। अर्सलान बिहार के सारण जिले का रहने वाला था और बीएससी फिजिक्स का छात्र था।
पिता अर्शद अय्यूब अंसारी ने शव की पहचान करते हुए आरोप लगाया कि उनका बेटा आत्महत्या नहीं कर सकता, बल्कि उसकी मौत के लिए विश्वविद्यालय प्रशासन जिम्मेदार है।
परिवार ने यूनिवर्सिटी पर लगाए गंभीर आरोप
अर्सलान के पिता का कहना है कि बेटे के लापता होने की जानकारी यूनिवर्सिटी को 21 अक्टूबर को दे दी गई थी, लेकिन प्रबंधन ने कोई कदम नहीं उठाया। परिवार को सूचना भी छात्रों से मिली।
शव मिलने के बाद पिता ने कुलपति, कुलसचिव और वार्डन के खिलाफ लिखित शिकायत दर्ज कराई है। उनका आरोप है कि पुलिस ने भी एफआईआर दर्ज करने से इनकार कर दिया, जिससे परिवार में आक्रोश है।
भाई ने लगाया बंधक बनाकर रखने का आरोप
मृतक के भाई गौहर अंसारी ने भी चौंकाने वाला दावा किया है। उन्होंने कहा कि जब वे बिलासपुर पहुंचे, तो यूनिवर्सिटी के कर्मचारियों ने उन्हें गेस्ट हाउस में बंद रखकर बाहर जाने नहीं दिया। गौहर का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन सच छिपाने की कोशिश कर रहा था।
पोस्टमार्टम में सिर पर चोट के निशान
डॉक्टरों के अनुसार, शव की हालत खराब थी क्योंकि वह पानी में पांच से छह दिन तक डूबा रहा। शव पर चोट या कट के निशान स्पष्ट नहीं दिख रहे थे, लेकिन सिर की हड्डी पर चोट के निशान पाए गए हैं। पोस्टमार्टम रिपोर्ट फिलहाल जारी नहीं की गई है और विसरा जांच के लिए भेजा गया है।
छात्रों की सुरक्षा और मानसिक स्वास्थ्य पर उठे सवाल
रायपुर और बिलासपुर की ये दोनों घटनाएं राज्य में छात्रों की सुरक्षा, मानसिक दबाव और कॉलेज प्रबंधन की जिम्मेदारी पर बड़ा सवाल खड़ा करती हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि अब विश्वविद्यालयों को छात्रों के काउंसलिंग और मनोवैज्ञानिक सहयोग की दिशा में गंभीर कदम उठाने होंगे।
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