Raipur Nagar Nigam E-Challan System: छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में नगर निगम ने सफाई और शहरी व्यवस्था को सख्ती से लागू करने एक नया कदम उठाया है। अब सड़क पर ईंट, रेत, गिट्टी रखने, कचरा फैलाने या गीला-सूखा कचरा अलग-अलग नहीं देने जैसी लापरवाही करने वालों को मैनुअल चालान नहीं, बल्कि ई-चालान भेजा जाएगा। ये चालान ट्रैफिक पुलिस की तरह सीधे आपके मोबाइल और व्हाट्सएप पर पहुंच जाएगा।
डिजिटल नंबर प्लेट से होगा स्कैन, मिलेगा चालान
निगम की नई व्यवस्था (Raipur Nigam E-Challan) के तहत किसी भी तरह की गड़बड़ी सामने आने पर निगम का कर्मचारी घर या दुकान के बाहर लगे डिजिटल नंबर प्लेट को स्कैन करेगा और उसी आधार पर स्वचालित रूप से ई-चालान तैयार कर देगा। इस चालान की कॉपी संबंधित व्यक्ति के रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर या व्हाट्सएप पर भेजी जाएगी।
यदि कोई नंबर या डिजिटल प्लेट नहीं मिली, तो गूगल इमेज के आधार पर संपत्ति की पहचान कर नोटिस तैयार किया जाएगा। तीन बार चालान भेजने के बाद भी राशि जमा नहीं करने पर वह रकम उस संपत्ति के टैक्स में जोड़ दी जाएगी।
ऑनलाइन चालान से बढ़ेगी पारदर्शिता
नगर निगम ने मैनुअल चालान (Raipur Nigam E-Challan) की बजाय पूरी प्रक्रिया को ऑनलाइन करने का फैसला इसीलिए लिया है, ताकि किसी पर ज्यादा या कम जुर्माना लगाने का विवाद ना हो। उदाहरण के तौर पर, अगर किसी के घर के बाहर ईंट-गिट्टी पाई गई तो तय नियम के अनुसार सीधा ₹2000 का चालान जनरेट होगा। इसमें कर्मचारी की कोई भूमिका नहीं रहेगी, जिससे पारदर्शिता बनी रहेगी और जनता में विश्वास भी।
ई-नोटिस सिस्टम से अवैध निर्माणों पर सख्ती
टाउन प्लानिंग विभाग भी अब अवैध निर्माण पर कार्रवाई के लिए ई-नोटिस भेजेगा। पहले जोन स्तर पर मैनुअल नोटिस दिए जाते थे, जिनका रिकॉर्ड नहीं रहता था। अब हर ई-नोटिस का डेटा ऑनलाइन सुरक्षित रहेगा। कौन-सा नोटिस कब भेजा गया, उसका क्या जवाब आया, अगली कार्रवाई क्या हुई – यह सब एक क्लिक में देखा जा सकेगा।
कमिश्नर के निर्देश: सभी कार्रवाई हो डिजिटल
निगम कमिश्नर विश्वदीप ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अब से सभी नोटिस और चालान सिर्फ ऑनलाइन माध्यम से जारी किए जाएं। उन्होंने नगर निवेश विभाग को यह भी कहा कि नक्शा पास होने के बाद संबंधित निर्माण कार्यों की जानकारी ई-नोटिस (Raipur Nigam E-Challan) के माध्यम से लगातार अपडेट की जाए, ताकि सिस्टम में पूरी पारदर्शिता बनी रहे।
इससे जनता को क्या फायदा होगा?
- बिना रिश्वत या सिफारिश के तय नियम के अनुसार चालान
- हर नोटिस और चालान का रिकॉर्ड सुरक्षित और पारदर्शी
- निर्माण कार्यों की बेहतर मॉनिटरिंग
- शहर की सफाई व्यवस्था और ट्रैफिक में सुधार
रायपुर नगर निगम की यह डिजिटल पहल शहर में स्वच्छता और अनुशासन को नया आयाम देगी। इससे जहां कर्मचारियों की मनमानी पर लगाम लगेगी, वहीं आम नागरिकों में जागरूकता भी बढ़ेगी। निगम का यह कदम स्वच्छता रैंकिंग में सुधार लाने और एक स्मार्ट शहर की ओर आगे बढ़ने का प्रतीक बन सकता है।
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