रिपोर्ट- कमलेश सारडा
Neemach Rain: जिले में लगातार बारिश का तांडव जारी है, जिससे नदी-नाले उफान पर हैं। सिंगोली क्षेत्र सबसे ज्यादा प्रभावित है, जहां कई हिस्से जलमग्न हो गए हैं। गांवों और कस्बों का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है। अचानक पानी बढ़ने से खेतों में काटी गई मक्का और मूंगफली की फसल बह गई, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
2 दिन हुई भारी बारिश
जिले में शनिवार शाम से शुरू हुई बारिश रविवार दोपहर तक जारी रही, जिससे जनजीवन प्रभावित हुआ। कई कस्बों में तेज बारिश हुई और नदी-नाले उफान पर आ गए। सिंगोली, जीरन, नीमच, जावद, मनासा और रामपुरा क्षेत्रों में तेज और हल्की बारिश दर्ज की गई। लगातार बारिश ने लोगों की दिनचर्या को बुरी तरह प्रभावित किया है।
खेत में काटकर रखी फसल पानी में बह गई
दोपहर में कुछ देर के लिए जब बारिश रुकी तो जिले भर वीडियो सामने आने लगे। किसानों के खेत स्विमिंग पूल बन गए हैं। खेत में काटकर रखी फसल पानी के तेज बहाव में बह कर पुलिया में जाकर अटक गई है। बेमौसम बारिश से किसानों को कई गुना नुकसान हुआ है। जिन्होंने फसल काट ली और खेतों को तैयार कर लिया है, लेकिन बीज बोना बाकी था। खेतों में पानी भरा होने से अब वे कुछ दिन बाद अगली फसल की बोवनी कर पाएंगे
किसानों की सरकार से मुआवजे की मांग
किसानों ने अपनी फसल को काट रखी थी तेज बारिश से फसल पानी मे बह गई। किसान नाले में बह रही मक्के की फसल को बचाने के प्रयास भी कर रहा है। वही खेतो में कटी हुई सोयाबीन की फसल भी पूरी तरह खराब हो गई। ऐसे में किसानों ने सरकार से सर्वे करवाकर उचित मुआवजे की मांग की है। किसानों ने अपनी फसल की नुकसानी जनपत सदस्य सुनील धाकड़ को बताई उसके बाद जनपत सदस्य ने मोके पर जाकर किसानों की फसलों को देखा फिर कलेक्टर से फोन पर चर्चा कर फसलो की नुकसानी को बताया और सर्वे करवाकर मुआवजे की मांग की है।