Advertisment

रेलवे बना रहा ओवरब्रिज: भोपाल के बैरागढ़ का 6 माह तक बंद रहेगा रेलवे फाटक, 5 किमी का लगेगा अतिरिक्त फेर

Bhopal Samachar: भोपाल के इस इलाके के लोगों को आने-जाने के लिए लगाना होगा 5 किमी का अतिरिक्त फेर, ये है वजह

author-image
Rahul Sharma
रेलवे बना रहा ओवरब्रिज: भोपाल के बैरागढ़ का 6 माह तक बंद रहेगा रेलवे फाटक, 5 किमी का लगेगा अतिरिक्त फेर

हाइलाइट्स

  • बैरागढ़ में 27 करोड़ की लागत से बन रहा रेलवे ओवर ब्रिज
  • खुदाई कार्य के कारण 6 माह के लिए बंद हो रहा रेलवे फाटक
  • लोगों को आने-जाने के लिए लगाना होगा 5 किमी का अतिरिक्त फेर
Advertisment

Bhopal Samachar: मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल के संत हिरदाराम नगर बैरागढ़ इलाके के लोगों को आने-जाने में दिक्कत होने वाली है।

यहां रेलवे ओवरब्रिज निर्माण के चलते 6 महीने के लिए रेलवे फाटक बंद किया जा रहा है।

इससे अब लोगों को रेलवे लाइन की दूसरी ओर जाने के लिए 5 किमी का अतिरिक्त फेर लगाना होगा।

Advertisment

35 हजार रहवासियों की आफत

भोपाल के बैरागढ़ इलाके में रेलवे पटरी के दूसरी ओर सीटीओ कॉलोनी, कैलाश नगर, 12 नंबर, दाता कॉलोनी सहित अन्य रहवासी सोसायटी है।

जहां आने जाने के लिए रेलवे फाटक को क्रॉस करना पड़ता है। लेकिन अब फाटक बंद (Bhopal Samachar) होने यहां रहने वाले 35 हजार लोगों के लिए मुसीबत खड़ी हो जाएगी।

17 अप्रैल से बंद हो रहा फाटक

संत हिरदाराम नगर बैरागढ़ स्थित रेलवे फाटक-115 दिनांक 17 अप्रैल 2024 से सुबह 10 बजे से आगामी छः माह तक के लिए बंद (Bhopal Samachar) रहेगा।

Advertisment

भोपाल मंडल के संत हिरदाराम नगर स्टेशन के पास रेलवे ओवर ब्रिज के निर्माण के दौरान खुदाई कार्य के कारण फाटक बंद किया जा रहा है। ओवर ब्रिज की लागत करीब 27 करोड़ है।

सिर्फ टू-व्हीलर निकल सकेंगे

इस 6 महीने की अवधि में फाटक से सिर्फ टू व्हीलर ही निकल सकेंगे। तीन पहिया, चार पहिया वाहन और बड़े वाहन का आवागमन पूर्णत: बंद (Bhopal Samachar) रहेगा।

ऐसे सभी वाहन वैकल्पिक मार्ग के रूप में इस फाटक से बकानिया भौंरी स्टेशन की तरफ स्थित फाटक संख्या-114 से अवागमन कर सकेंगे।

Advertisment

संबंधित खबर: Train Ticket Booking: टिकट कैंसलेशन पर TCS-इंफोसिस और HDFC Bank के रेवेन्यू जितना कमा रहा रेलवे, आंकड़े कर देंगे हैरान

37 साल पहले हुई थी घोषणा

बैरागढ़ में ओवर ब्रिज निर्माण की घोषणा करीब 37 साल पहले 1987 में तत्कालीन रेल राज्य मंत्री माधवराव सिंधिया ने इसके निर्माण की घोषणा की थी, लेकिन काम शुरु नहीं हो सका था।

निर्माण के लिए कभी रेलवे की आपत्ति तो कभी राज्य शासन की उदासीनता को कभी सेन्य प्रशासन की अनुमति नहीं मिलने से ये प्रोजेक्ट खटाई में ही रहा।

ये भी पढ़ें: वर्ग-3 शिक्षक भर्ती मामला: हाईकोर्ट ने 40 मिनट सुनवाई में 7 मिनट पढ़ा सुप्रीम कोर्ट का फैसला, फिर ये हुआ आदेश

रेलवे के काम में हो रही थी देरी

विधानसभा चुनाव से पहले लोक निर्माण विभाग की सेतू शाखा ने आरओबी बनाने का काम प्रारंभ किया था।

विभाग अपने हिस्से का काम पूरी गति से किया, लेकिन बीच के हिस्से में रेलवे की ओर से काम किया जाना है। इसमें देरी हो रही थी।

अब इस हिस्से का काम शुरु किया (Bhopal Samachar) जा रहा है।

Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें