Rahul Gandhi Parliament Case: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ दर्ज मामले की जांच अब दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच करेगी। बता दें कि बीजेपी ने राहुल गांधी के खिलाफ FIR दर्ज कराई थी। इस दौरान विपक्ष और NDA सांसदों के बीच धक्का-मुक्की में हुई, जिसमें पूर्व मंत्री प्रताप चंद्र सारंगी और लोकसभा सदस्य मुकेश राजपूत घायल हो गए।
बीजेपी (BJP) ने राहुल गांधी (Rahul Gandhi) के खिलाफ संसद परिसर में धक्का-मुक्की के दौरान शारीरिक हमला और उकसावे में शामिल होने का आरोप लगाया है। राहुल गांधी के खिलाफ संसद मार्ग थाने में भारतीय न्याय संहिता (BNS) की धारा 117 (स्वेच्छा से गंभीर चोट पहुंचाना), 115 (स्वेच्छा से चोट पहुंचाना), 125 (दूसरों के जीवन या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने का कार्य), 131 (आपराधिक बल प्रयोग), 351 (आपराधिक धमकी) और 3(5) (सामान्य इरादा) के तहत FIR दर्ज की गई है।
बता दें कि कांग्रेस ने बाबा साहब भीमराव अंबेडकर को लेकर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान को लेकर संसद परिसर में रैली निकाली थी। इसके जवाब में बीजेपी ने कांग्रेस पर झूठ की राजनीति करने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया।
राहुल गांधी ने दिया धक्का!
इस दौरान दोनों दलों के सांसद आमने-सामने आ गए। दोनों के बीच झगड़ा भी हुआ। इस बीच, प्रताप सारंगी घायल अवस्था में पाए गए। जब उनसे पूछा गया तो उन्होंने कहा कि राहुल गांधी ने एक सांसद को धक्का दिया, जो उनके ऊपर गिर गया। इसके बाद वे गिर पडे। उन्होंने कहा कि वे सीढ़ियों के पास खडे़ थे, तभी राहुल गांधी आए और एक सांसद को धक्का दिया, जो उवके ऊपर गिर गया।
क्या बोले राहुल गांधी?
प्रताप सारंगी के आरोप के बाद राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने कहा कि हां उन्होंने ऐसा किया, यह अच्छा है, धक्का देने से कुछ हासिल नहीं होता। मैं संसद के अंदर जाना चाहता था। संसद जाना मेरा अधिकार है, मुझे रोकने की कोशिश की गई। हमें संसद में प्रवेश करने से रोका गया। भाजपा सांसद धक्का-मुक्की कर रहे थे।
आपको बता दें कि शुक्रवार को इंडिया ब्लॉक ने इसी मुद्दे पर विरोध प्रदर्शन किया था। इस दौरान इंडिया ब्लॉक ने राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह के बाबासाहेब अंबेडकर पर दिए गए बयान का विरोध किया और उनके इस्तीफे और माफी की मांग की।
कांग्रेस का कहना है कि गृह मंत्री अमित शाह ने अंबेडकर का अपमान किया है। उनका अपराध अक्षम्य है। पूरा सिस्टम उन्हें बचाने में लगा हुआ है। हम उसी पर बात कर रहे हैं जो गृह मंत्री ने कहा है। उनके शब्दों को तोड़-मरोड़ कर पेश नहीं किया गया है। माफी मांगने के बजाय वे धमकियां दे रहे हैं। हम उनकी धमकियों से डरने वाले नहीं हैं।