Rahul Gandhi Beard Look : देशभर में अपना जनाधार खो रही कांग्रेस पार्टी अपने जनाधार को फिर से खड़ा करने के लिए इन दिनों भारत जोड़ो यात्रा निकाल रही है। यात्रा का नेतृत्व गांधी परिवार के युवराज राहुल गांधी खुद कर रहे है। राहुल गांधी अबतक करीब 3 हजार किलोमीटर की पैदल यात्रा कर चुके है। भारत जोड़ो यात्रा में राहुल गांधी एक अलग ही अवतार में दिखाई दे रहे है। राहुल का नया लुक यानि उनकी बढ़ती दाढ़ी इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है। शायद राहुल गांधी के इस नए अवतार में कांग्रेसियों को साधु, योगी और तपस्वी नजर आ रहे है तो वहीं विरोधियों को राहुल के इस अवतार में कार्ल मार्क्स, सद्दाम हुसैन नजर आ रहे है, लेकिन राहुल की दाढ़ी में कुछ अलग ही संदेश है।
राजनैतिक विशेषज्ञों की माने तो राहुल गांधी की दाढ़ी उनकी इमेज में काफी बदलाव लेकर आ रही है। जब राहुल गांधी के पिता राजीव गांधी राजनीति में आए थे तब वह क्लीन शेव रखते थे जिसमें युवा जोश झलकता था। इतना ही नहीं राहुल की दाढ़ी का प्रभाव सबसे ज्यादा महिला वर्ग पर हो रहा है। देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भी पश्विम बंगाल के विधानसभा चुनाव के दौरान अपनी दाढ़ी बढ़ा ली थी। उनका लुक रबींद्रनाथ टैगौर जैसा दिखाई देने लगा था,तब बंगाल की सीएम ममता ने पीएम मोदी पर तंज करते हुए कहा था की लंबी दाढ़ी बढ़ाने से कोई टैगोर नहीं बन जाता।
बीते महीनों पहले असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा था कि राहुल सुंदर दिखते हैं। वह एक ग्लैमरस व्यक्ति हैं। लेकिन, अभी आप तस्वीरों की तुलना करें और खुद देखें। लेकिन बाद में उन्होंने कहा था कि मैंने केवल सलाह दी है कि अगर राहुल गांधी अपनी दाढ़ी और सब कुछ कटवाते हैं, तो वह नेहरू की तरह दिखेंगे।
खैर ये सब तो राजनीति के चोचले है। लेकिन असल बात तो यह है कि कांग्रेस की नैया डूबाने वाला ही अब पार्टी बचाने के लिए उठ खड़ा हो गया है। वो अब आम जनता के बीच पहुंच रहा हैं। कांग्रेसियों को बाबा राहुल में राहुल बाबा दिखाई देने लगे है। कुल मिलकार राहुल की तपस्वी जैसी ब्रांडिंग की जाने लगी है, भले ही कांग्रेसियों को राहुल में तपस्वी, योगी, संत दिखने लगे है, लेकिन कही ऐसा नहीं हो जाए की कश्मीर पहुंचते-पहुंचते राहुल जटाजूटधारी बाबा बन जाए, कही पार्टी और देश की सियासत से उबकर वह श्रीनगर से आगे हिमालय की ओर ना निकल जाएं।