नई दिल्ली। (भाषा) कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने देश में कोरोना वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप के कई मामले सामने आने की पृष्ठभूमि में शुक्रवार को केंद्र सरकार से सवाल किया कि इसकी रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर जांच क्यों नहीं हो रही है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘ डेल्टा प्लस वेरिएंट पर मोदी सरकार से प्रश्न- इसकी जांच व रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर टेस्टिंग क्यों नहीं हो रही है? टीके इस पर कितने प्रभावशाली हैं और पूरी जानकारी कब मिलेगी?’’ कांग्रेस नेता ने यह भी पूछा, ‘‘तीसरी लहर में इसे नियंत्रित करने की क्या योजना है?’’
डेल्टा प्लस वेरिएंट पर मोदी सरकार से प्रश्न-
– इसकी जाँच व रोकथाम के लिए बड़े स्तर पर टेस्टिंग क्यों नहीं हो रही?
– वैक्सीन इसपर कितनी प्रभावशाली हैं व पूरी जानकारी कब मिलेगी?
– तीसरी लहर में इसे नियंत्रित करने का क्या प्लान है?
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 25, 2021
उल्लेखनीय है कि कई विशेषज्ञों ने कोरोना वायरस के इस स्वरूप पर चिंता प्रकट करते हुए कहा है कि यह तीसरी लहर का कारण बन सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी पिछले दिनों वायरस के डेल्टा प्लस स्वरूप को चिंताजनक करार दिया था।
देश मे कोरोनावायरस की दूसरी लहर में वायरस के डेल्टा वेरिएंट ने तबाही मचाई थी। अब इसके डेल्टा प्लस वेरिएंट को लेकर डर सताने लगा है। ऐसी सुगबुगाहट है कि देश में तीसरी लहर इस वेरियंट के चलते आ सकती है। अब तक इस वेरिएंट से संक्रमित 40 से ज़्यादा केस सामने आ चुके हैं, जिसमें सर्वाधिक मामले महाराष्ट्र में हैं।
हाल ही में कोविड पर व्हाइट पेपर जारी करते हुए राहुल गांधी ने कोरोना की तीसरी लहर को लेकर केंद्र सरकार को चेताया है। उन्होंने कहा कि दुनिया को पता है कि तीसरी लहर आने जा रही है। हम कह रहे हैं कि सरकार को तीसरी लहर के लिए पूरी तैयारी करनी चाहिए। हमारा लक्ष्य ये है पहली और दूसरी लहर में जो कोविड मैनेजमेंट विनाशकारी रहा है, ऑक्सीजन और दवा की जिस तरह की किल्लत रही, अब तक वो आगे नहीं होना चाहिए।