Radhika Yadav Murder Case Update: राधिका यादव की करीबी दोस्त हिमांशिका का एक और वीडियो सामने आया है, जिसमें वह इस दर्दनाक वारदात को लेकर कई चौंकाने वाली बातें करती नजर आई। उसने कहा कि जब वह राधिका के घर गई, तो पता चला कि उसकी हत्या की योजना तीन दिन पहले ही बनाई जा चुकी थी।
“राधिका का कॉल नहीं उठा, तभी समझ गई कुछ गड़बड़ है”
हिमांशिका ने बताया कि 10 जुलाई को उसकी एक दोस्त का कॉल आया, जिसे वह रिसीव नहीं कर सकी। थोड़ी देर बाद एक खबर पढ़ने को मिली कि राधिका की हत्या उसके पिता ने कर दी है। उसने तुरंत राधिका को कॉल किया और मन ही मन दुआ की कि यह खबर झूठ हो। लेकिन जब कॉल नहीं उठा, तो उसे यकीन हो गया कि कुछ बुरा हो चुका है।
“पिता ने प्लान के तहत मारी गोली, डॉग को भी रखा गया दूर”
हिमांशिका ने कहा कि अंतिम संस्कार में जाकर उसे पता चला कि राधिका के पिता ने पहले से रिवॉल्वर का इंतजाम किया था। उन्होंने पत्नी को एक कमरे में बंद किया और बेटे को कहीं बाहर भेज दिया था। यहां तक कि राधिका के डॉग ‘लूना’ को भी घर से दूर कर दिया गया था। फिर मौके का फायदा उठाकर उन्होंने राधिका को पीछे से गोली मार दी — वो भी एक नहीं, पूरे पांच।
“दोस्तों की बातों में आकर लिया यह फैसला?”
हिमांशिका के मुताबिक, राधिका के पिता के कुछ दोस्त अक्सर उसे भड़काते थे। वे कहते थे कि राधिका छोटे कपड़े पहनती है, मेकअप करती है और तू उसी के पैसों पर जिंदा है। संभवतः इन्हीं बातों से प्रभावित होकर पिता ने ये खौफनाक कदम उठाया।
“अगर रील बनाती तो अकाउंट प्राइवेट क्यों होता?”
हिमांशिका ने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही बातों पर भी सवाल उठाया। उसने कहा कि कुछ लोग कह रहे हैं कि राधिका रील बनाती थी। अगर ऐसा होता तो उसका इंस्टाग्राम अकाउंट प्राइवेट क्यों होता? उसके तो सिर्फ 68 फॉलोअर्स थे। जो वाकई रील बनाता है, वो अपना अकाउंट पब्लिक रखता है।
भाई ने लगाए गए आरोपों को किया खारिज
राधिका के भाई ने दोस्त हिमांशिका के दावों को सिरे से नकारते हुए कहा कि पिता दीपक यादव को किसी ने ताने नहीं मारे थे और न ही उन्होंने राधिका को घर में बंधक बनाकर रखा था। साथ ही उन्होंने सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही बातों को झूठा और भ्रामक बताया।
Bedbugs Home Remedy: खटमल से छुटकारा पाने के लिए नहीं चाहिए महंगे तरीके, सिर्फ 2 रुपर में तैयार करें ये घरेलू नुस्खा
Bedbugs Home Remedy: बारिश के मौसम में घर में नमी बढ़ जाती है और इसी के साथ कीटों और बैक्टीरिया का खतरा भी। खासतौर पर खटमल जैसे कीटाणु इस मौसम में तेजी से फैलते हैं। खबर पूरी पढ़ने के लिए क्लिक करें..