मॉस्को। यूक्रेन में कई दिनों से चल रही तनातनी के बीच रूस ने यूक्रेन के दो प्रांतों लुहांस्क-डोनेस्टक को स्वतंत्र देश घोषित कर दिया है। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमिर पुतिन ने सोमवार को इसका ऐलान किया। इस ऐलान के साथ ही पुतिन ने लुहांस्क-डोनेस्टक और अलगाववादियों के कब्जे वाले इलाके में सेना की तैनाती शुरू कर दी है। पुतिन के इस कदम के बाद ही संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इमरजेंसी मीटिंग बुलाई गई।
संयुक्त राष्ट्र की बैठक में भारत ने शांति से मसले का हल निकालने पर जोर दिया है. यूक्रेन पर यूएनएससी की बैठक में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति शामिल हुए जिन्होने भारत का पक्ष रखते हुए कहा कि सैन्य तनाव से स्थिति को सुधारा नहीं जा सकता, इसीलिए मसले का हल बातचीत से ही निकला जाना चाहिए. युद्ध होने से क्षेत्र की शांति और सुरक्षा कमजोर होने की बात कहते हुए टीएस तिरुमूर्ति ने बताया कि इस समय यूक्रेन में 20,000 से ज्यादा भारतीय छात्र और नागरिक रहे रहे हैं ऐसे में उनकी सलामती ही, भारत की प्राथमिकता है