होशियारपुर (पंजाब), पंजाब की उड़मड़ विधानसभा सीट से एक नाई और एक पेड़ काटने वाला इस भावना से चुनाव लड़ रहे हैं कि अगर वे जीत गए तो बेसहारा लोगों की आवाज उठाएंगे और उनके कल्याण के लिए काम करेंगे।
बैंस अवान गांव के निवासी बलजीत सिंह (31) पेशे से नाई हैं और वह निर्दलीय उम्मीदवार के रूप में पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं। सिंह ने कक्षा सात तक की पढ़ाई की है। उन्होंने कहा कि इस चुनाव में प्रचार करने के लिए उन्होंने अपने सैलून से छुट्टी ली है।
सिंह प्रति माह आठ हजार रुपये कमाते हैं। वह प्रतिदिन सुबह अपने घर से निकलते हैं और प्रचार करने के बाद देर शाम घर लौटते हैं। सिंह ने कहा कि उनके चुनाव प्रचार का खर्च उनके समर्थक उठा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह समाज के निचले तबके के लोगों की आवाज उठाने के लिए चुनाव लड़ रहे हैं।
इसी तरह पेड़ काटने का काम करने वाले हरजिंदर सिंह लकड़ी के एक कंट्रेक्टर के पास दिहाड़ी मजदूरी करते हैं। हरजिंदर (44) नांगल गांव के निवासी हैं और उन्होंने 12वीं तक की पढ़ाई की है।
नेशनलिस्ट जस्टिस पार्टी के टिकट पर चुनाव लड़ रहे हरिजंदर ने बताया कि वह महीने के 10 हजार से 15 हजार रुपये कमाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर वह चुनकर आए तो मजदूरों, किसानों और दिहाड़ी पर काम करने वालों के जीवन में बदलाव लाएंगे।
उड़मड़ विधानसभा सीट से कांग्रेस के वर्तमान विधायक संगत सिंह गिलजियां, बसपा के उम्मीदवार लखविंदर सिंह, आम आदमी पार्टी के जसवीर सिंह राजा गिल और शिरोमणि अकाली दल (संयुक्त) के मंजीत सिंह दसुया समेत नौ प्रत्याशी चुनाव लड़ रहे हैं।