Pune Porsche Crash Case: पुणे पोर्श क्रैश में नाबालिग के पिता पर ब्लड सैंपल बदलवाने का आरोप लगा है। क्राइम ब्रांच ने 2 डॉक्टर्स समेत 3 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बताया कि ससून जनरल हॉस्पिटल के फॉरेंसिक डिपार्टमेंट के हैड डॉ. अजय तावरे और डॉ. श्रीहरि हैलनोर पर आरोप है कि उन्होंने नाबालिग आरोपी का ब्लड सैंपल बदला था।
नाबालिग आरोपी के पिता की साजिश
पुलिस के मुताबिक नाबालिग आरोपी के पिता विशाल अग्रवाल ने दोनों डॉक्टर्स को ब्लड सैंपल बदलने के लिए रिश्वत दी थी। डॉक्टर ने असली ब्लड सैंपल डस्टबिन में फेंक दिया और किसी और का सैंपल लेकर रिपोर्ट बना दी। ऐसा नाबालिग के शराब पीने की बात छिपाने के लिए किया गया था।
नशे में था नाबालिग
पुलिस ने नाबालिग आरोपी के एल्कोहल ब्लड टेस्ट 2 अस्पतालों में कराए थे। ससून अस्पताल में रिपोर्ट नेगेटिव आई। वहीं दूसरे अस्पताल में रिपोर्ट पॉजिटिव आई। आरोपी पब के सीसीटीवी में भी शराब पीता नजर आया था। पूछताछ में डॉ. हैलनोर ने ब्लड सैंपल बदलने की बात कबूल कर ली।
मामले में अब तक 10 लोगों की गिरफ्तारी
पुलिस उस शख्स की तलाश भी कर रही है, जिसके ब्लड सैंपल से फर्जी रिपोर्ट बनाई गई है। इसके साथ ही आरोपी के बंगले, बार, घटनास्ठल और अस्पताल के CCTV खंगाले जा रहे हैं। पुलिस अब तक 10 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है।
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पुणे पोर्श क्रैश केस क्या है ?
18-19 मई की रात को नाबालिग आरोपी ने लग्जरी पोर्श कार से बाइक सवार युवक-युवती को टक्कर मारी, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। युवक-युवती IT सेक्टर में काम करते थे। नाबालिग 200 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कार चला रहा था। नाबालिग आरोपी के दादा और पिता ने ये बात कही थी कि कार उनका ड्राइवर चला रहा था। बाद में पूछताछ में ये कहानी फर्जी निकली।