Burger King: बर्गर किंग का बर्गर आपने जरूर खाया होगा। ये बर्गर का दिग्गज ब्रांड है। अमेरिकी कंपनी के दुनिया के 100 देशों में करीब 13 हजार रेस्टोरेंट हैं। हमारे देश के पुणे में बर्गर किंग को एक समस्या का सामना करना पड़ा। पुणे में बर्गर किंग (Burger King) के नाम से सालों पुराना और फेमल रेस्टोरेंट चल रहा था। अमेरिकी कंपनी ने पुणे की कंपनी पर अपने नाम का इस्तेमाल करने का आरोप लगाकर केस कर दिया। अब 13 साल पुरानी कानूनी लड़ाई में अमेरिकी कंपनी हार गई है। बर्गर किंग पुणे की कंपनी का हो गया है।
बर्गर किंग कॉर्पोरेशन की याचिका खारिज
पुणे के एक कॉमर्शियल कोर्ट ने शहर के कैंप इलाके के रेस्टोरेंट के पक्ष में फैसला सुनाया है। जिला जज सुनील वेद पाठक ने 16 अगस्त के आदेश में अमेरिकी फास्ट फूड कंपनी बर्गर किंग कॉर्पोरेशन की याचिका खारिज कर दी। अमेरिकी कंपनी ने ट्रेडमार्क उल्लंघन समेत कई आरोप पुणे की कंपनी पर लगाए थे। अमेरिकी कंपनी ने मां की थी कि पुणे की कंपनी उनका नाम इस्तेमाल न करे। इसके साथ ही मुआवजा भी मांगा था।
13 साल चली कानूनी लड़ाई
पुणे की कंपनी और अमेरिकी बर्गर किंग कॉर्पोरेशन के बीच कानून लड़ाई 13 साल तक चली। अब अदालत ने पुणे की कंपनी के पक्ष में फैसला सुनाया है। इसे अमेरिकी MNC बर्गर किंग के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है।
कौन चलाता है पुणे का बर्गर किंग ?
पुणे के बर्गर किंग रेस्टोरेंट के मालिक अनाहिता और शपूर ईरानी हैं। उनका रेस्टोरेंट कैंप और कोरेगांव इलाके में है। इसे लोग काफी पसंद करते हैं। अदालत में जज ने कहा कि पुणे का बर्गर किंग 1992-93 से इस नाम इस्तेमाल कर रहा है। अमेरिकी कंपनी इसके काफी बाद भारत में आई। उन्होंने अपने नाम को भी बाद में भारत में रजिस्टर करवाया। पुणे की कंपनी काफी पहले से इस नाम का इस्तेमाल कर रही थी। इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई नहीं की जा सकती है।
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भारत में 2014 में आया बर्गर किंग कॉर्पोरेशन
बर्गर किंग की स्थापना 1954 में हुई थी। इसके फाउंडर जेम्स मैकलमोर और डेविड एडगर्टन रहे। अमेरिकी कंपनी 100 से ज्यादा देशों में 13 हजार रेस्टोरेंट चला रही है। 97 प्रतिशत रेस्टोरेंट की मालिक यही कंपनी है। इसे दुनिया की दूसरी सबसे बड़ी फास्ट फूड हैमबर्गर कंपनी माना जाता है। अमेरिकी कंपनी ने एशिया में 1982 में एंट्री ली थी। वहीं भारत में ये 2014 में आई थी। कंपनी ने सबसे पहले मुंबई, दिल्ली और पुणे में अपने रेस्टोरेंट खोले थे।