Advertisment

Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisor Strike: वेतन विसंगति की मांग को लेकर पोषण माह का बहिष्‍कार, पर्यवेक्षकों का धरना आज

Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisor Strike: वेतन विसंगति की मांग को लेकर पोषण माह का बहिष्‍कार, पर्यवेक्षकों का धरना आज

author-image
Sanjeet Kumar
Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisors Strike

Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisors Strike

Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisor Strike: छत्तीसगढ़ में महिला बाल विकास विभाग पर्यवेक्षकों का हल्ला बोल धरना प्रदर्शन आज है। महिला पर्यवेक्षक कई साल पुरानी मांग वेतन विसंगति को लेकर प्रदर्शन कर रही है। इस मांग के निराकरण की मांग को लेकर अब पर्यवेक्षक आक्रोशित हो गई हैं। पर्यवेक्षकों ने अब प्रदेश में चल रहे पोषण माह का बहिष्‍कार कर दिया है।

Advertisment

3 सितंबर को प्रदेशभर की सुपरवाइजर (Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisor Strike) रायपुर में एकत्रित हुई हैं। जहां तूता धरना स्थल में धरना दिया जा रहा है। संघ का कहना है कि उनकी मांग 30 साल पुरानी है। वेतन विसंगति दूर करने के इंतजार में कई सुपरवाइजर सेवानिवृत हो गईं, लेकिन यह मांग आज भी अधूरी है। इससे पर्यवेक्षकों में आक्रोश व्याप्त है। इसी मांग को लेकर अब वजन त्योहार और पोषण माह का बहिष्कार महिला पर्यवेक्षक कर रही हैं।

30 साल से अटका वेतन विसंगति का मामला

महिला बाल विकास विभाग की सुपरवाइजर्स (Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisor Strike) की मांग 30 साल पुरानी है। इस बीच कई पर्यवेक्षक सेवानिवृत्त भी हो गईं हैं। इस बीच सभी सरकारों से इस विसंगति को दूर करने की मांग की, लेकिन इस ओर किसी भी सरकार ने ध्यान नहीं दिया।

बता दें कि प्रदेश में हर घर तक सरकार की योजनाओं को पहुंचाने और बच्चों के पोषण और कौशल विकास में प्रमुख योगदान इन सुपरवाइजर्स का रहा है। संगठन का कहना है कि प्रदेश में करीब 70 लाख महिलाओं को महतारी वंदन योजना से एक महीने में लाभान्वित कराया। अब ये सुपरवाइजर्स अपने लिए न्याय की गुहार लगा रही हैं।

Advertisment

इस तरह है वेतन विसंगति

सुपरवाइजर संघ प्रदेश अध्यक्ष ऋतु परिहार ने जानकारी दी कि 1866 पर्यवेक्षक (Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisor Strike) प्रदेश में हैं जो समानता का हक तो दूसरों को दिलाती है, लेकिन स्वयं शोषित हैं। पर्यवेक्षक का पद तृतीय श्रेणी का है।

सभी विभागों में यह पद 4200 ग्रेड पे पर लेवल 8 पर है, लेकिन महिला बाल विकास में 2400 ग्रेड पे पर लेवल 6 में काम कर रही हैं। पांचवे वेतनमान से कोई सुधार नहीं हुआ ये वेतन विसंगति कई सालों से है। यह समस्या 30 साल पुरानी है।

ये खबर भी पढ़ें:CG News: विधायक Devendra Yadav की पेशी आज, 7 दिन की न्यायिक रिमांड आज हो रही खत्म

Advertisment

एक दिवसीय धरना प्रदर्शन

पर्यवेक्षक संघ (Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisor Strike) ने जानकारी दी कि उन्होंने वेतन विसंगति को दूर करने की मांग को लेकर कई बार मांग की। इस पर विभाग के द्वारा इसकी फाइल भी भेजी गई, लेकिन इस पर निर्णय नहीं हो सका।

इसके अलावा महिला पर्यवेक्षकों ने इस मांग को लेकर मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और महिला बाल विकास विभाग मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े से भी मांग की। लेकिन इस ओर ध्यान नहीं दिया गया। इससे आक्रोशित महिला पर्यवेक्षकों ने 3 सितंबर को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन करने का निर्णय लिया।

आज पूरे प्रदेश की महिला पर्यवेक्षक धरना प्रदर्शन में शामिल हुई हैं। पर्यवेक्षकों के धरना प्रदर्शन से प्रदेश में पोषण माह का काम प्रभावित हुआ है। बता दें कि एक दिन पहले ही पोषण माह के तहत सीएम विष्‍णुदेव साय ने रथ रवाना किया था।

Advertisment

ये खबर भी पढ़ें: Super Kitchen Tips: आपकी कुकिंग को परफेक्ट बनाएंगी ये टिप्स, समय की भी करेंगे बचत, जानें कैसे

chhattisgarh news hindi news CG news Bansal News CG Govt CG Politics cg politics news CG Female Supervisor Protest mahila bal vikas vibhag Mahila Bal Vikas Vibhag Supervisors Strike CG Supervisor Protest
Advertisment
WhatsApp Icon चैनल से जुड़ें