Protein powder increase cancer risk: अक्सर जिम जाने वाले लोग मसल मास बढ़ाने के लिए प्रोटीन पाउडर लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं प्रोटीन पाउडर से कैंसर होने की खतरा बढ़ सकता है? क्लीन लेबल प्रोजेक्ट की रिपोर्ट में 3 प्रोटीन पाउडर में कैंसर और स्किड का खतरा बढ़ाने वाले टॉक्सिक हैवी मेटल मिले हैं। ये हैवी मेटल्स कैंसर सेल्स को बढ़ाते हैं।
160 प्रोटीन पाउडर की हुई जांच
वैज्ञानिकों ने 70 ब्रांड के 160 प्रोटीन पाउडर्स की जांच की है। इनमें ऑर्गेनिक, प्लांट बेस्ड और चॉकलेट प्रोटीन पाउडर शामल थे। इन तीनों ही टाइप में खतरनाक लेड और कैडमियम केमिकल की मात्रा ज्यादा मिली है। लगभग 77% प्लांट बेस्ड और 79% ऑर्गेनिक प्रोटीन पाउडर के सैंपल फेल हो गए।
व्हे प्रोटीन से तीन गुना लेड
रिपोर्ट में प्लांट बेस्ड प्रोटीन पाउडर में व्हे प्रोटीन से तीन गुना लेड मिला है। इन प्लांट बेस्ड प्रोटीन पाउडर को चावल, मटर और सोयाबीन से बनाया जाता है। फूड सेफ्टी ऐंड स्टेंडर्ड ऑथोरिटी ऑफ इंडिया के अनुसार ये हैवी मेटल नर्वस सिस्टम के लिए खतरनाक माने जाते हैं।
हैवी मेटल्स से किडनी-लिवर डैमेज का खतरा
लेड, मरकरी, आर्सेनिक, कैडमियम, और क्रोमियम जैसे हैवी मेटल ब्रेन को डैमेज कर सकते हैं। साथ ही हैवी मेटल्स से कैंसर, एनीमिया, किडनी डैमेज, लिवर डैमेज, नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर, गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल प्रॉब्लम्स, रिप्रोडक्टि प्रॉब्लम्स, और मिसकैरेज जैसी समस्याओं का खतरा बढ़ता है। साथ ही क्रॉनिक किडनी डिजीज होने का खतरा चार गुना बढ़ जाता है।