Chhattisgarh News: बस्तर में कांगेर वैली नेशनल पार्क (Kanger Valley National Park) को विश्व धरोहर का दर्जा दिलाने के लिए एक बार फिर से मांग उठी है. यूनेस्को (UNESCO) की सूची में कांगेर वैली नेशनल पार्क को शामिल करने की मांग पिछले 40 वर्षों से उठ रही है.
पाषाणयुगीन चट्टानें(stone age rocks), गुफाएं और जैव विविधता(biodiversity conservation ) को सहेजे कांगेर घाटी पर शोध भी हुआ है. पार्क को राष्ट्रीय उद्यान का दर्जा मिलने के बावजूद विश्व धरोहर सूची(World Heritage Site) में शामिल करने की मांग अब तक पूरी नहीं हुई है.
विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने से पर्यटन को बढ़ावा
विश्व धरोहर स्थल(World Heritage Site) के रूप में बस्तर के कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान(Kanger Valley National Park) को नामांकित करने के लिए राष्ट्रीय उद्यान की ओर से प्रस्ताव पुरातत्व सर्वेक्षण विभाग(Archaeological Survey Department) भारत सरकार को भेजा गया है.
1982 में स्थापित 200 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र का राष्ट्रीय उद्यान यहां की 15 से अधिक सुंदर लाइमस्टोन की गुफाएं, तीरथगढ़, कांगेर धारा जलप्रपात, दुर्लभ वन्य जीव वन्यजीव जैसे, उदबिलाव, माउस डियर, जॉइंट स्क्विरल, लेथिस सॉफ्टशेल टर्टल, जंगली भेड़िया के साथ-साथ 200 से अधिक पक्षियों की प्रजातियां, वनस्पतियों की 900 अधिक प्रजातियों और तितलियों की 140 से अधिक प्रजातियों के ख्याति प्राप्त है.
कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान(Kanger Valley National Park) को विश्व धरोहर की सूची में शामिल करने से पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद मिलेगी साथ ही इससे यहां के स्थानीय युवाओं को रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे.
साल 2003 में यूनेस्को से हुआ था पत्र-व्यवहार
कांगेर घाटी परिक्षेत्र की विशेषताओं के चलते राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र(Kanger Valley National Park) को विश्व धरोहर (World Heritage Site)की श्रेणी में रखने की मांग पिछले 40 वर्षों से जारी है. साल 1978 में इस दिशा में प्रयास किया गया था. घाटी परिक्षेत्र की महत्ता को समझते हुए कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान(Kanger Valley National Park) के तत्कालीन संचालक अमरनाथ प्रसाद ने भी साल 2003 में यूनेस्को से पत्र व्यवहार किया था.
लेकिन बीते 20 वर्षों में विश्व धरोहर(world heritage ) बनाने का प्रयास गंभीरता से नहीं किया गया. उन्होंने कहा कि कांगेर घाटी में जैव विविधता संरक्षण (biodiversity conservation )के नाम पर करोड़ों का विकास कार्य हुआ. एक बार फिर यूनेस्को(UNESCO) की सूची में शामिल करने के लिए नए सिरे से प्रयास किए जाने की बात कांगेर घाटी नेशनल पार्क (Kanger Valley National Park)के संचालक की तरफ से कही जा रही है.
ये भी पढ़ें:
Suryakumar Yadav: सीरीज के आखिरी मुकाबले में सूर्यकुमार को लगी गंभीर चोट, ले जाना पड़ा गोद में उठाकर