Priyanka Gandhi Win Wayanad: केरल की वायनाड लोकसभा सीट पर पूरे देश की निगाहें टिकी हुईं थीं। यहां से कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी चुनाव मैदान में थीं।
इस सीट पर मतगणना लगभग पूरी हो चुकी है। आपको बता दें कि इस प्रतिष्ठित सीट पर प्रियंका का मुकाबला बीजेपी की नव्या हरिदास और वाम मोर्चा (CPI) के सत्यन मोकेरी से था। प्रियंका ने सभी को मात देते हुए 4 लाखों वोटों से जीत दर्ज कर ली है। आपको बता दें कि जीत औपचारिक घोषणा अभी बाकी है।
प्रियंका के लिए बड़ी पारी
वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव में लगभग 65% मतदान हुआ था। जो कि अप्रैल में हुए लोकसभा चुनाव के दौरान दर्ज मतदान प्रतिशत से कम है। ये चुनाव प्रियंका गांधी के राजनीतिक करियर के लिए अहम रहा है।
आपको बता दें कि ये चुनाव कांग्रेस के लिए परीक्षा माना जा रहा था। मतदाताओं की कम उपस्थिति के बावजूद भी प्रियंका ने 4 लाख से ज्यादा मतों से जीत दर्ज कर ली है।
इस बार हुआ कम मतदान
इससे पहले, वायनाड लोकसभा सीट पर प्रियंका गांधी के भाई राहुल गांधी कांग्रेस के उम्मीदवार थे। अप्रैल में हुए आम चुनाव के दौरान इस क्षेत्र में 74% मतदान दर्ज किया गया था, जो मौजूदा उपचुनाव के 65% मतदान से अधिक है।
वहीं, 2019 के लोकसभा चुनाव में जब राहुल गांधी पहली बार वायनाड से चुनावी मैदान में उतरे थे, तब इस सीट पर 80% से अधिक मतदाताओं ने अपने मताधिकार का उपयोग किया था। मतदान प्रतिशत में गिरावट के बावजूद, प्रियंका गांधी को लेकर कांग्रेस समर्थकों में खासा उत्साह रहा था।
नव्या हरिदास ने कही थी ये बात
मीडिया रिपोर्ट की मानें तो वायनाड उपचुनाव के नतीजों से पहले, बीजेपी उम्मीदवार नव्या हरिदास ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा था कि “पिछली बार राहुल गांधी वायनाड से सांसद चुने गए थे, लेकिन उन्होंने इस क्षेत्र को नजरअंदाज कर दिया और रायबरेली को प्राथमिकता दी।”
उन्होंने मतदान प्रतिशत में गिरावट का कारण बताते हुए कहा कि “भूस्खलन की घटना के बाद लोग चुनाव में उत्साहित नहीं थे।” नव्या ने आगे दावा किया कि “अगर वायनाड के लोगों को विकास चाहिए, तो वे एनडीए को चुनेंगे।” उनके इस बयान ने वायनाड में विकास और नेतृत्व को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है।
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